स्वदेशी बुलेट ट्रेन, '2.0 वन्दे भारत' की स्पीड अब हवा से बातें करने को तैयार
जिस तेज़ गति से भारत विकास के पथ पर अग्रसर है उसकी एक और मिसाल है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, जो है भारत का अपना स्वदेशी सेमी हाई स्पीड बुलेट
जिस तेज़ गति से भारत विकास के पथ पर अग्रसर है उसकी एक और मिसाल है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, जो है भारत का अपना स्वदेशी सेमी हाई स्पीड बुलेट
आधुनिकता के साथ साथ नये नये विज्ञान और तकनीक विकसित होते जा रहे है। एक समय ऐसा था जब डबल डेकर बस और डबल डेकर ट्रेन भी एक अजूबा था और आज बात हो रही है आसमान में उड़ने वाले डबल डेकर हवाई जहाज की। जरा सोचिए कि जब आसमान में डबल डेकर बस और डबल डेकर ट्रेन की तरह डबल डेकर प्लेन की सुविधा यात्रियों को मिल जाएगी तो इंसानों का जीवन और भी कितना आसान हो जाएगा और यात्रा करना आज की तुलना में कई गुना तेज और आरामदायक हो सकता है ।
अक्सर हम फैंटेसी फ़िल्मों में उड़ने वाली गाड़ियां देखते हैं, जिसे सिर्फ एक कल्पना माना जाता रहा है, लेकिन अब सचमुच उड़ने वाली बाइक बन कर तैयार हो गई है। इसे बनाया है जापान की स्टार्ट अप कम्पनी एरविंस टेक्नोलॉजी ने। हाल ही में अमेरिका के डेट्रायट ऑटो शो के मौके पर इस उड़न बाइक , जिसका नाम है Xturismo, का फ्लाइंग डेमो , आम जनता के सामने रखा गया।
अग्नि शमन यानी फायर ब्रिगेड दल के फायर फाइटर्स बनना एक बहुत बड़ी चुनौती और जिम्मेदारी होती है। पहले इस क्षेत्र में सिर्फ पुरूषों को ही
भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी के शुभ जन्मदिवस पर उन्हें मिले साउथ अफ्रीकन चीतों के तोहफ़ो की खूब चर्चा है। नामीबिया से
आईएसी विक्रांत के आ जाने से नौसेना को बाहुबली की शक्ति मिल गई। अब समुन्द्र की तरफ से आने वाली हर चुनौती का मुँह तोड़ जवाब देने के लिए भारत पूरी तरह तैयार है। यह भारतीय नौसेना का पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत है जिसे हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के नाम किया। इस विमान वाहक पोत का निर्माण कोचीन शिपयार्ड में की गई और इसे बनाने में लगभग बीस करोड़ रुपये लगे। दरअसल भारतीय नेवी को अपना प्रथम विमान वाहक पोत (एयरक्राफ्ट कैरियर) आईएनएस विक्रांत 1961 में ब्रिटेन से मिला था।
23 वर्षीय दीपक पुनिया ने कॉमन वेल्थ गेम्स में 86 किलोग्राम वजन की कुश्ती में पाकिस्तान के पहलवान इमाम बट्ट को ऐसी पटखनी दी कि वो खड़ा ही न हो सका और बड़े आराम से गोल्ड मेडल जीतकर भारत माता के सर को गर्व से ऊँचा कर दिया।
हरियाणा आज बेहतरीन रेसलर्स का गढ़ बन गया है। यहीं की रहने वाली विनेश फोगट ने वो कमाल कर दिखाया जो अब तक कोई भारतीय महिला रेसलर नहीं कर पाई । वे कॉमन वेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी। खबरों के अनुसार, फिल्म 'दंगल' जिन दो खिलाडियों गीता और बबीता फोगट पर फिल्म बनाई गई थी, उन्हीं की चचेरी बहन है विनेश फोगट।