बाल कविता : सुबह का संदेश
"सुबह का संदेश" कविता बच्चों को सुबह की सकारात्मकता और सामूहिकता का महत्व सिखाती है। इसमें प्रकृति के जीव-जंतुओं जैसे मुर्गा, चिड़िया, कबूतर, कौआ, और बिल्ली के संवाद से यह संदेश मिलता है
"सुबह का संदेश" कविता बच्चों को सुबह की सकारात्मकता और सामूहिकता का महत्व सिखाती है। इसमें प्रकृति के जीव-जंतुओं जैसे मुर्गा, चिड़िया, कबूतर, कौआ, और बिल्ली के संवाद से यह संदेश मिलता है
Poem कविता "बंटी शंटी चले स्कूल" बच्चों के स्कूल जाने और पढ़ाई में रुचि लेने की कहानी को दर्शाती है। मुन्ना और मुन्नी, दो बच्चों की यात्रा, उनके सपनों और शिक्षा के प्रति उनके उत्साह को दिखाती है।
घोड़ा- यह कविता "घोड़ा" की शक्ति, साहस और हौसले को दर्शाती है। घोड़ा सिर्फ एक जानवर नहीं है, बल्कि मेहनत, निष्ठा और धैर्य का प्रतीक है। घोड़ा अपने मालिक का सबसे वफादार साथी होता है
"खुशियों का झूला" कविता बचपन की मासूमियत और खुशी का प्रतीक है। इसमें झूला झूलने की मस्ती और प्रकृति के संग-साथ का आनंद व्यक्त किया गया है। कविता हमें सिखाती है
इस कविता में ठंडी के दिनों के दौरान जानवरों की मुश्किलों और उनकी प्रतिक्रियाओं को दर्शाया गया है। टामी, गैया, पुसी, और कौआ, सभी ठंडी से जूझते हुए अपनी समस्याओं को व्यक्त करते हैं।
चंदामामा ठहरो थोड़ा- इस कविता में एक बच्चे की कल्पना और मासूमियत को दर्शाया गया है, जो चंदामामा को अपना दोस्त मानता है। बच्चा चाँद से लुका-छिपी खेलना चाहता है और उसे चुनौती देता है
इस कविता का उद्देश्य पेड़ लगाने के महत्व को समझाना है। पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं, जो न केवल हमें स्वच्छ हवा देते हैं बल्कि फल, फूल और दवाइयाँ भी प्रदान करते हैं।