बाल कहानी : असली-नकली
Web Stories: दरवाजे पर दस्तक हुई। गौरी दरवाजा खोलने में हिचकिचा रही थी क्योंकि वो घर में अकेली थी। उसका पति शंकर घर से कहीं बाहर गया था और तीन दिन बाद वापिस आने वाला था।
Web Stories: दरवाजे पर दस्तक हुई। गौरी दरवाजा खोलने में हिचकिचा रही थी क्योंकि वो घर में अकेली थी। उसका पति शंकर घर से कहीं बाहर गया था और तीन दिन बाद वापिस आने वाला था।
Web Stories यह कहानी एक मनुष्य, उसके कुत्ते और सुअर की है। मनुष्य दोनों से काम की अपेक्षा करता है, लेकिन कुत्ता चालाकी से सुअर के मेहनती काम को अपने नाम कर लेता है। सुअर की मेहनत पर कुत्ते के पैरों के निशान छा जाते हैं
यह कहानी एक मनुष्य, उसके कुत्ते और सुअर की है। मनुष्य दोनों से काम की अपेक्षा करता है, लेकिन कुत्ता चालाकी से सुअर के मेहनती काम को अपने नाम कर लेता है। यह कहानी मेहनत, चालाकी और न्याय की गहरी सीख देती है।
Web Stories : कहानी शुरू होती है दिल्ली शहर के एक छोटे से मोहल्ले में, जहां रहता था 25 साल का राजू, एक सीधा-सादा लड़का। राजू की जिंदगी बड़ी साधारण थी—सुबह उठो, पापा की
कहानी शुरू होती है दिल्ली शहर के एक छोटे से मोहल्ले में, जहां रहता था 25 साल का राजू, एक सीधा-सादा लड़का। राजू की जिंदगी बड़ी साधारण थी—सुबह उठो, पापा की किराने की दुकान पर बैठो, और शाम को चाय की टपरी पर दोस्तों के साथ गप्पे मारो।
Web Stories: गांव के बीचो-बीच मोंटी नाम का एक शरारती लड़का रहता था। उसकी शरारतें इतनी मशहूर थीं कि लोग उसे देखते ही सतर्क हो जाते। एक दिन मोंटी
Web Stories: महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव में, जहाँ हवा में किताबों की स्याही और बच्चों की हँसी की खुशबू बिखरी रहती थी, एक पुराना स्कूल था। इस स्कूल में education