Stories बच्चों की नैतिक कहानी: गुरु का आशीर्वाद बच्चों हमारी जिन्दगी में आशीर्वाद बहुत कीमती होता है। इसमें आशीष देने वालों का ढ़ेरों प्यार छिपा होता है। इसी संदर्भ में एक कहानी है कि एक बार एक गुरू घूमते-घूमते गांव पहुंचे तो लोगों ने ढेरों स्वागत किया। By Lotpot 22 May 2024
Stories बच्चों की नैतिक कहानी: बात बहुत छोटी सी राम रतन में सोच समझ कर काम करने की बुद्धि का अभाव था। वह उतावलेपन कुछ में कुछ भी कर बैठता था। तथा फिर पछताता था। उसके मित्रों ने व उसके माता-पिता ने उसे कई बार समझाया पर उसके समझ में न आया। By Lotpot 21 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: सूरज काफी समय की बात है। तीन दोस्त- रमन, श्याम और सूरज गांव से शहर की ओर नौकरी की तलाश में जा रहे थे। इनमें रमन और श्याम तो तेज थे लेकिन सूरज बहुत सीधा था दोनों मित्र हर काम सूरज से ही करवाते थे। By Lotpot 15 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: इनाम का लालच बादशाह का दरबार लगा हुआ था, सभी दरबारियों के साथ बीरबल भी बैठे थे। तभी किसी ने आकर बीरबल को भोजन के लिए आमंत्रित किया, बादशाह की आज्ञा लेकर बीरबल दावत पर जा पहुंचे। By Lotpot 10 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: जो चाहोगे सो पाओगे एक साधु थे, वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करते थे, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे”। बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर कोई भी उसकी बात पर ध्यान नहीं देता था और सब उसे एक पागल आदमी समझते थे। By Lotpot 07 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: बैल और कुत्ते एक गांव में एक किसान रहता था। उसके पास दो बैल और दो कुत्ते भी थे। एक बार उसे किसी काम से गांव से बाहर जाना था और उसकी समस्या यह थी कि खेत जोतने का भी समय हो गया था। By Lotpot 06 May 2024
Stories Moral Story: क्या आपका ज्ञान सामान्य है कुछ दिनों पहले की बात है। दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला मेरा बेटा अपने कुछ दोस्तों के साथ सामान्य ज्ञान पर बातें कर रहा था। जहां सारे लड़के खूब बढ़-चढ़ कर अपना सामान्य-ज्ञान बहार रहे थे, वहीं एक ऐसा लड़का भी था जो चुपचाप बैठा हुआ था। By Lotpot 04 May 2024
Stories Moral Story: सुरेश का अप्रैल फूल अप्रैल की पहली तारीख थी। सुरेश सुबह-सुबह सो कर उठने पर आज जल्दी ही नहा-धोकर चाय-नाश्ता कर तैयार हो गया था। वह सोच रहा था कि अप्रैल की पहली तारीख को किसी का बेवकूफ न बनाया जाये, तो अप्रैल फूल वाले दिन का महत्व ही क्या रहा? By Lotpot 03 May 2024
Stories Moral Story: नासमझ चुन्नू चुन्नू एक छोटा सा बालक था। वह बहुत ही प्यारा भी था। चुन्नू अपने मम्मी पापा का इकलौता बेटा था। घर में उन तीनों के अलावा और कोई न था, सिवाय उनके घर में काम करने वाली बाई कान्ता के। By Lotpot 03 May 2024