बाल कविता : दोस्त बनोगे…
बचपन की दुनिया कल्पनाओं, शरारतों और मासूमियत से भरी होती है। इसी उम्र में बच्चा छोटी-छोटी बातों में भी खुशी ढूँढ लेता है और हर जीव को अपना दोस्त बनाने की क्षमता रखता है।
बचपन की दुनिया कल्पनाओं, शरारतों और मासूमियत से भरी होती है। इसी उम्र में बच्चा छोटी-छोटी बातों में भी खुशी ढूँढ लेता है और हर जीव को अपना दोस्त बनाने की क्षमता रखता है।
हर बच्चे का स्कूल जाना सिर्फ पढ़ाई की शुरुआत नहीं होता, बल्कि एक नए संसार में कदम रखने जैसा होता है। मुनिया के लिए भी स्कूल जाना एक सपना है,
सपने नए हैं आँखों में : - बचपन वह समय होता है जब सपने सबसे सच्चे होते हैं और कल्पनाएँ सबसे रंगीन। छोटे बच्चों की आँखों में छिपे सपने किसी भी आसमान से बड़े होते हैं, और उनकी सोच किसी भी सीमा को नहीं मानती।
थोड़ा सा तो हो ना बचपन- रात का आसमान हमेशा बच्चों को अपनी ओर खींचता है। चमचमाते तारे, हल्के बादल, और ठंडी हवा मिलकर ऐसा माहौल बनाते हैं जैसे आसमान खुद कोई कहानी सुना रहा हो
“गोल-गोल पानी” एक मनमोहक हिंदी बाल कविता (Hindi Poem for Kids) है जो छोटे बच्चों को परिवार, प्यार, और ताजगी (Family, Love, and Freshness) का सुंदर संदेश देती है।
“घड़ी लगी दीवार पर” बच्चों के लिए एक शिक्षाप्रद और सरल बाल कविता (Children’s Poem) है, जो उन्हें समय (Time) की कीमत समझाने का सुंदर संदेश देती है।
“हमारी रेल” एक बेहद प्यारी और शिक्षाप्रद बाल कविता (Children’s Poem) है, जो बच्चों को एकता (unity), अनुशासन (discipline) और सहयोग (teamwork) का संदेश देती है।