बाल कविता : कर्म की राह
इस कविता (Poem) में कर्म की महानता को व्यक्त किया गया है। यह कविता बच्चों को प्रेरित करती है कि वे अपने जीवन में सही मार्ग का चयन करें और सच्चाई तथा मेहनत से हर कठिनाई को पार करें।
इस कविता (Poem) में कर्म की महानता को व्यक्त किया गया है। यह कविता बच्चों को प्रेरित करती है कि वे अपने जीवन में सही मार्ग का चयन करें और सच्चाई तथा मेहनत से हर कठिनाई को पार करें।
दिवाली कविता- यह कविता बच्चों को दिवाली के त्योहार का महत्व समझाने के लिए लिखी गई है। दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है।
यह कविता बच्चों के लिए है, जो पेड़ों और प्रकृति के महत्व को दर्शाती है। कविता में पेड़ को एक सच्चे दोस्त के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो हर परिस्थिति में साथ देता है। बच्चों को यह कविता सिखाती है कि पेड़ हमें फल, छाया, और ताजी हवा देते हैं,
इस कविता में बंदर मामा की शरारतों का वर्णन किया गया है, जो बच्चों को मनोरंजन प्रदान करते हुए उन्हें सिखाती भी है कि कैसे खेल-खेल में जिम्मेदारी और सावधानी बरतनी चाहिए। बंदर मामा की हरकतें और उनका चुलबुलापन बच्चों को खूब भाता है।
मोर का नृत्य : मोर का नृत्य न केवल एक प्राकृतिक चमत्कार है बल्कि यह हमारे भारतीय संस्कृति का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कविता मोर के अद्भुत नृत्य और उसके वर्णन को और अधिक विस्तृत रूप में प्रस्तुत करती है।
यह कविता बच्चों की छुट्टियों के दिनों की मस्ती और आनंद का वर्णन करती है। छुट्टी के दिन बच्चों के लिए बेहद मजेदार होते हैं, जहाँ पढ़ाई से दूर होकर वे पूरी तरह से खेलने-कूदने और अपने शौक पूरे करने में जुट जाते हैं।
Poem बिल्ली मौसी बड़ी सयानी- यह कविता "बिल्ली मौसी" की चतुराई और उसके जीवन की झलकियों को दर्शाती है। वह निडर होकर घर की रक्षा करती है और चूहों को भगाती है।