Stories Moral Story: माँ का ऋण किसी नगर में एक विधवा रहती थी। उसका बारह वर्ष का एक लड़का था। बड़ा ही होनहार और कुशाग्र बुद्धि मां चाहती थी 'मेरा बेटा पढ़-लिखकर खूब नाम कमाये।' इसलिए उसे एक अच्छी पाठशाला में पढ़ने के लिए भेज दिया। By Lotpot 15 Mar 2024
Stories Fun Story: जूते चप्पल से आई अक्ल पहले मेरी हल्दी-धनिया तथा अन्य मसालों की दुकान थी। हल्दी नाक में घुसती थी, मिर्च आंखों को जलाती रहती थी और मैं सदा दुखी रहता था। आमदनी भी कुछ खास नहीं थी। दुकान चलती ही नहीं थी तो आमदनी कहां से होती? By Lotpot 15 Mar 2024
Stories Fun Story: कंजूस गिरधारी लाल गिरधारी लाल, अमीर होने के बावजूद अपने मुहल्ले के सबसे कंजूस व्यक्ति थे। उनकी कंजूसी की चर्चा दूर-दूर तक फैली हुई थी। कंजूस तो वे इतने थे कि कंजूस की उपाधि भी उनके सामने फीकी पड़ती थी। By Lotpot 14 Mar 2024
Stories Moral Story: अनोखा बंटवारा स्वर्ण नगरी के राजा नरपत सिंह बहुत ही सहनशील और न्यायप्रिय थे। वे सदा अपनी जनता के विषय में ही सोचते रहते थे। उन्होनें अपने राज्य में बहुत सी सुख-सुविधाएं भी लोगों को दे रखी थी। By Lotpot 14 Mar 2024
Stories Fun Story: वान और मेंग बहुत पहले की बात है। उन दिनों चीन की दीवार का निर्माण जोरों पर था। पुसान वंश का सम्राट शिह हुआंग बहुत दुष्ट था। दीवार के निर्माण के लिए उसने जबरन गांवों से अनेक किसानों को बुलवा लिया था। By Lotpot 13 Mar 2024
Stories Moral Story: नन्हा चित्रकार नन्हा नन्दू एक अच्छा चित्रकार था। अभी उसे न पढ़ना आता था, न लिखना, पर उसने चित्र बनाना सीख लिया था। जब भी मम्मी या पापा बाजार जाते नन्दू अपनी फरमाइशों की एक लम्बी लिस्ट उन्हें पकड़ा देता। By Lotpot 13 Mar 2024
Stories Jungle Story: कू कू कोयल नंदन वन और सुन्दर वन पास-पास ही थे। नन्दन वन की खुशहाली सुन्दर वन के जानवरों को फूटी आंख न सुहाती थी। सुन्दर वन का राजा किसी भी तरह नन्दन वन पर कब्जा करना चाहता था। नंदन वन का राज वीर बहादुर शेर बहुत पराक्रमी था। By Lotpot 12 Mar 2024
Stories Moral Story: विश्वासघात अपनी मातृभूमि और अपने स्वामी के साथ विश्वासघात करने के कारण कौशाम्बी राज के मंत्री शिवलाल को अपने दो जवान सैनिक पुत्रों के साथ-साथ अपनी भी जान गंवानी पड़ी। और आखिर कोशाम्बी राजा का विनाश हुआ। By Lotpot 12 Mar 2024
Stories Jungle Story: साहसी की सदा विजय एक बकरी थी और एक उसका मेमना। दोनों जंगल में चर रहे थे। चरते-चरते बकरी को प्यास लगी। मेमने को भी प्यास लगी। बकरी बोली- “चलो, पानी पी आएँ।” मेमने ने भी जोड़ी, “हाँ माँ! चलो पानी पी आएँ।” By Lotpot 09 Mar 2024