ढाई अक्षर का ज्ञान: एक मजेदार कहानी
कहानी शुरू होती है छोटे से गाँव मस्तीपुर में, जहाँ हर कोई अपने मज़े में मस्त था। गाँव के बीचों-बीच एक पुराना बरगद का पेड़ था, जिसके नीचे लोग बैठकर गप्पें मारते और चाय की चुस्कियाँ लेते। लेकिन इस गाँव में एक खास बात थी