Stories Moral Story: धूल में लिपटा हीरा रामपुर के सेठ रामलाल, बहुत ही समझदार दानी व नेकदिल इन्सान थे। इस कारण गाँव के सभी लोग उनको चाहते थे। एक दिन, उनके एक दरबान ने आकर, उनको यह खबर दी कि, कुछ दिन पहले, गांव में एक पहुंचे हुए महात्मा पधारे हैं। By Lotpot 29 Mar 2024
Stories Motivational Story: मन और बुद्धि तेरह वर्षीय काली उछलता-कूदता पाठशाला की ओर बढ़ता जा रहा था। फुटपाथ के किनारे लगी रेलिंग की छड़ को गिनते-गिनते सहसा उसका पैर पटरी पर उभरे हुए एक पत्थर से टकराया और वह संभलता-संभलता भी धड़ाम से गिरा। By Lotpot 29 Mar 2024
Stories Fun Story: बच्चे बचकर भागे रतन और रोज़ी भाई बहन थे। दोनों अपनी विधवा मां के साथ एक गांव में रहते थे। एकबार पास के ही गांव में मेला लगा हुआ था। रतन और रोज़ी के दोस्त मेला देख आए थे। इन दोनों की भी इच्छा थी कि मेला देखने जाएं। By Lotpot 29 Mar 2024
Stories Jungle Story: बदलाव किसी जंगल में एक पेड़ था। पेड़ का तना काफी चौड़ा था। पेड़ के तने में एक जगह खोखली थी, जिसमें पिंकू खरगोश अपने-परिवार के साथ रहता था। चूंकि पेड़ काफी पुराना था और उस पर पत्ते भी कम ही थे। By Lotpot 26 Mar 2024
Stories Fun Story: इमानदार बना बेईमान बहुत समय पहले सूरतगढ़ नाम का एक छोटा सा राज्य हुआ करता था। वहां का राजा सनक सिंह अपने नाम के अनुरूप ही अत्यंत सनकी स्वभाव का था। उसकी सनक के कारण प्रजा कई बार परेशानी में पड़ जाती थी। वह तो राज्य का सौभाग्य था। By Lotpot 26 Mar 2024
Stories Fun Story: मूर्खश्रेष्ठ मैं नहीं तो कौन होली का उत्साह था और विजयनगर के राजदरबारियों की उमंग का ठिकाना नहीं था क्योंकि राजा कृष्णदेव राय होली के दिन मूर्खश्रेष्ठ का पुरस्कार दिया करते थे। हर बार यही होता था। By Lotpot 23 Mar 2024
Stories Jungle Story: सफलता का रहस्य भोलू बंदर चीकू वन में रहता था। जब वह कुछ बड़ा हुआ तो उसने सोचा कि क्यों न कुछ काम-धाम किया जाये भोलू काम की तलाश में घर से निकल पड़ा। सुबह से शाम तक वह मारा-मारा फिरता रहा कहीं पर भी उसे काम नहीं मिला। By Lotpot 22 Mar 2024
Stories Moral Story: पुरस्कार की सार्थकता सरिता के पिता का देहान्त कब हुआ था, उसे नहीं पता। उसे तो अपने पिता की छवि तक याद नहीं। वह तो बस मां को जानती और पहचानती थी। मां ही उसे बड़ी कठिनाई से पढ़ा रही थी। By Lotpot 21 Mar 2024
Stories Jungle Story: बड़ा काम चमन भालू बहुत ही ईमानदार और मेहनती मोची था, सभी लोग उसी के पास अपने जूते चप्पलों की मरम्मत करवाते थे। चमन का बेटा था, सोनू। वह एक नंबर का आलसी था। वह ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नही था। By Lotpot 21 Mar 2024