हिंदी नैतिक कहानी: शरारत का फल निलेश बहुत ही शरारती लड़का था। जानवरों को मारने-पीटने और परेशान करने में उसे बहुत मजा आता था। निलेश हमेशा अपने पास एक गुलेल रखता था। इस गुलेल का प्रयोग वह जानवरों को मारने के लिए करता था। By Lotpot 12 Jun 2024 in Stories Moral Stories New Update शरारत का फल Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी नैतिक कहानी: शरारत का फल:- निलेश बहुत ही शरारती लड़का था। जानवरों को मारने-पीटने और परेशान करने में उसे बहुत मजा आता था। निलेश हमेशा अपने पास एक गुलेल रखता था। इस गुलेल का प्रयोग वह जानवरों को मारने के लिए करता था। पिछली दीपावली पर निलेश ने सड़क पर जाते हुए एक कुत्ते के पिल्ले की पूंछ में पटाखे बांध दिये थे। जैसे ही पटाखे फटने लगे बेचारा पिल्ला डर के मारे कुं-कुं करता हुआ ईधर-उधर भागने लगा। निलेश पिल्ले की हालत देखकर खुशी से ताली बजाने लगा जैसे उसने कोई बहुत बहादुरी का काम किया हो। बाद में उसकी इस हरकत के लिए पापा-मम्मी ने डांटा भी, पर निलेश पर डांट का कोई असर नहीं पड़ा। उसकी आदत ज्यों की त्यों थी। (Moral Stories | Stories) इस बार छुट्टियों में निलेश अपने गांव गया। गांव में उसके दादा-दादी रहते थे। निलेश को देखकर दादी खुश होकर बोली, "बेटा अच्छा किया जो यहां आ गए। यहां तुम्हारा मन भी लगा रहेगा और तुम्हारी सेहत भी बन जाएगी"। निलेश को गांव का वातावरण बहुत पसंद आया। वहां चारों ओर हरियाली और शान्ति थी। यहां उसे न तो स्कूल जाने की... निलेश को गांव का वातावरण बहुत पसंद आया। वहां चारों ओर हरियाली और शान्ति थी। यहां उसे न तो स्कूल जाने की चिन्ता थी और न ही पढाई या होमवर्क करने की परेशानी। वह रोज दादाजी के साथ खेतों में जाया करता था। एक दिन दादाजी ने निलेश से कहा, बेटा निलेश, बगीचे के आम पक गए हैं, जाकर कुछ आम तोड़कर ले आओ"। (Moral Stories | Stories) "मैं अभी गया और आया दादाजी"। निलेश ने कहा और वह बगीचे की तरफ दौड़ पड़ा। बगीचे में पहुंच कर वह एक पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ने लगा। अचानक उसकी नजर सामने के पेड़ पर बैठे एक बंदर पर पड़ी। बंदर देखकर, निलेश को एक शरारत सूझी। वह धीरे-धीरे पेड़ से उतरा। फिर उसने अपनी जेब से गुलेल निकालकर उस पर पत्थर चढाकर उस बंदर पर निशाना लगाया। पत्थर लगते ही वह बंदर बौखला गया और जोर से छलांग लगा कर, निलेश पर टूट पड़ा। उसने अपने दोनों पंजों से निलेश को कई जगह नोच दिया। "बचाओ-बचाओ!" निलेश जोर से चिल्लाने लगा। शोर सुनकर दादा-दादी समेत आसपास के कई लोग वहां आ गए। लोगों को देखकर बंदर भाग खड़ा हुआ। इधर, निलेश दर्द से कराह रहा था। उसके शरीर के कई जगहों से खून बह रहा था। दादाजी ने तुरंत निलेश को उठाकर पास के अस्पताल में ले गए। घावों में दवाई लगाने के बाद अस्पताल के डॉक्टर ने दादाजी से कहा "चिंता की कोई बात नहीं है, घाव ज्यादा गहरा नहीं है पर हाँ इसे रेबीज के इंजेक्शन लगाने पड़ेगें"। इंजेक्शन का नाम सुनकर निलेश रोने लगा, पर यह सब उसकी शरारत का फल था। उसने उसी समय प्रण किया कि अब फिर कभी वह किसी जानवर को न तो मारेगा और न ही परेशान करेगा। (Moral Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | majedar bal kahani | Bal Kahani in Hindi | Best Hindi Bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | Bal Kahaniyan | bal kahani | Hindi Bal Kahani | bachon ki hindi moral story | hindi moral kahani | short hindi moral story | hindi moral stories for kids | kids hindi moral story | Hindi Moral Story | Hindi Moral Stories | short moral story | Short moral stories in hindi | short moral stories | hindi naitik kahani | bachon ki hindi naitik kahani | choti hindi naitik kahani | choti naitik kahani | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | मज़ेदार बाल कहानी | मजेदार बाल कहानी | बच्चों की बाल कहानी | बाल कहानियां | हिंदी बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानी | हिंदी कहानियाँ | बच्चों की हिंदी कहानी | बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी | बच्चों की हिंदी कहानियाँ | बच्चों की हिंदी कहानी | छोटी हिंदी नैतिक कहानी | बच्चों की नैतिक कहानियाँ | छोटी नैतिक कहानियाँ यह भी पढ़ें:- हिंदी नैतिक कहानी: गिलहरी का पीछा Moral Story: नासमझ चुन्नू Moral Story: विश्वास की जीत Moral Story: ऐसे रहेगा मन शांत #लोटपोट #Lotpot #Short moral stories in hindi #Bal kahani #Bal Kahaniyan #Hindi Moral Stories #Hindi Bal Kahani #बच्चों की नैतिक कहानियाँ #Hindi Moral Story #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #हिंदी नैतिक कहानी #हिंदी कहानियाँ #short moral stories #Hindi Bal Kahaniyan #Best Hindi Bal kahani #बाल कहानियां #लोटपोट ई-कॉमिक्स #हिंदी बाल कहानियाँ #kids hindi moral story #hindi moral stories for kids #छोटी नैतिक कहानियाँ #बच्चों की हिंदी कहानियाँ #short moral story #बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी #बच्चों की हिंदी कहानी #मजेदार बाल कहानी #Bal Kahani in Hindi #short hindi moral story #बच्चों की बाल कहानी #bachon ki hindi naitik kahani #hindi naitik kahani #मज़ेदार बाल कहानी #majedar bal kahani #hindi moral kahani #bachon ki hindi moral story #छोटी हिंदी नैतिक कहानी #choti naitik kahani #choti hindi naitik kahani You May Also like Read the Next Article