Stories हिंदी नैतिक कहानी: आपस की फूट एक गरीब किसान था, उसके दो बेटे थे। एक का नाम था रामू तथा दूसरे का नाम भोला था। किसान बहुत मेहनती था, पहले वह दूसरे के खेतों में मजदूरी करता था। By Lotpot 11 Jul 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: नम्रता की शक्ति कौन अधिक शक्तिशाली है? आंधी या मंद शीतल वायु? दोनों एक ही परिवार के सदस्य हैं, पर दोनों का स्वभाव एक दूसरे से उल्टा है। एक दिन आंधी ने कहा, “मेरी छोटी बहन वायु, तुम कितना धीरे-धीरे चलती हो। By Lotpot 09 Jul 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: कुशल शासक राजा प्रद्युम्न एक अत्यंत कुशल शासक थे, उनके मंत्री बहुत योग्य और कुशल थे और सदैव राजा को बिना डर के सही सलाह दिया करते थे। राजा के गुरू ने उन्हें एक अमूल्य सीख दी थी। By Lotpot 08 Jul 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: जीवन की सीख कीर्ति, नेहा, सोनू, प्रिया और उनकी क्लास के बाकी साथी आज बहुत खुश थे, गर्मियों की छुट्टियों के बाद अभी स्कूल को खुले कुछ ही दिन हुए थे कि उन्हें पिकनिक पर ले जाया जा रहा था। By Lotpot 04 Jul 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: अंधों की सूची एक बार राजा मान सिंह ने राज्य में अंधे लोगों को भीख देने का फैसला किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई अंधा व्यक्ति भीख लेने से छूट न जाए। By Lotpot 03 Jul 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: दो पुत्रियों की माता अरी सुन! किसान ने पत्नी को पुकारा और बाल्टी में चूना घोलने लगा। पत्नी आवाज़ सुनकर आ गयी और किसान के कामों में सहयोग करने लगी। उसकी दो बेटियां भी थीं- फूलमती और वीरमती! By Lotpot 01 Jul 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: द ग्रेटेस्ट टीचर उस दिन की दोपहर झामू (घर का नौकर) के लिए काफी व्यस्त थी क्योंकि वो पूरा दिन मूर्ति के पीछे भागता रहा। मूर्ति बड़ा ही शरारती बच्चा था और वो कभी किसी का कहा नहीं मानता था। By Lotpot 29 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: मेहनत का फल रामू पढ़ाई में बहुत ही होशियार था उसके मन में बहुत उम्मीदें थीं, कि वह पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बनेगा। पर वह हमेशा उदास रहता था परीक्षा निकट थी रामू की मां ने देखा वह हमेशा चुप उदास बैठा आसमान देखा करता है। By Lotpot 28 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: अपनी अपनी रूचि रीता और रंजन भाई-बहन थे। उनके पिता जी का तो व्यापार था। इसलिए वे अपने व्यापार में व्यस्त रहते थे। महीने में पंद्रह दिन तो व्यापार के सिलसिले में बंगलौर रहते थे। घर में मां का ही हुक्म चलता था। By Lotpot 26 Jun 2024