चालाक चिंटू ने मानी ग़लती | हिंदी कहानी
Web Stories: चिंटू एक ऐसा लड़का था, जो स्कूल, घर, और दोस्तों के बीच अपनी चालाकी से मशहूर था। उसके पास हर किसी से पैसे ऐंठने का कोई न कोई नया बहाना होता
Web Stories: चिंटू एक ऐसा लड़का था, जो स्कूल, घर, और दोस्तों के बीच अपनी चालाकी से मशहूर था। उसके पास हर किसी से पैसे ऐंठने का कोई न कोई नया बहाना होता
Web Stories: रहमत की ऊंटनी उसके लिए मरूस्थल का जहाज थी। वह एक छोटा व्यापारी था जो राजस्थान के एक गांव में रहता था उस का कारोबार अच्छा चल रहा था।
Web Stories: मई की पच्चीस तारीख, शाम के पांच बजे पिद्दी पहलवान यानी पदमश्री लाल अपने परम मित्र हलवाई पुराणमल की दुकान पर आकर बैठ गये। अभी-अभी वे धन्नूमल के अखाड़े
Web Stories: एक बार मास्टर हरीरामजी को नौकर की आवश्यकता पड़ी। उन्होंने शहर में ढिंढोरा पिटवा दिया कि एक नौकर की आवश्यकता है। यह खबर शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई।
Web Stories: शहर से बाहर एक बुढ़िया का बहु मंजिला मकान था उस मकान में बुढ़िया अकेले नीचे वाले फ्लोर पर रहती थी एक रात एक चोर उसके घर में घुसा। खटपट से बुढिया की आंख खुल गई
Web Stories: एक दिन आसमान में कुछ पक्षी भी उड़ रहे थे। उन्होंने अपने बीच लाल पतंग को उड़ते देखा तो दोस्ती करने उसके पास आ गए। ‘हटो-हटो, दूर हटो। मेरे नजदीक नहीं आना। वरना
Web Stories: सेठानी जी को अपनी रसोई से बहुत प्रेम था। वहाँ काम में आने वाली सभी वस्तुओं को जमा करना उनकी आदत बन गई थी। जहाँ कहीं भी रसोईघर में काम