Moral Story: मौत से टक्कर
कल्लू, लल्लन और मुन्ना तीनों लड़के सड़क के किनारे बैठकर खिलौने बेचा करते थे तीनों अपनी अपनी टोकरी में तरह तरह के खिलौने भरकर सुबह ही अपनी जगह पर आकर बैठ जाते थे। वह इलाका भीड़वाला और बाजार के करीब था।
कल्लू, लल्लन और मुन्ना तीनों लड़के सड़क के किनारे बैठकर खिलौने बेचा करते थे तीनों अपनी अपनी टोकरी में तरह तरह के खिलौने भरकर सुबह ही अपनी जगह पर आकर बैठ जाते थे। वह इलाका भीड़वाला और बाजार के करीब था।
इधर गांव में कुछ दिनों से लगातार चोरियां होने लगी थीं। हर रात किसी न किसी के घर में चोर छुसते और जो भी उनके हाथ आता, लूट ले जाते थे। चोरी की इन बढ़ती घटनाओं से गांव के लोग चिंतित और भयभीत थे।
एक बार विद्यासागर जी बाजार से गुजर रहे थे। रास्ते में एक बालक उनके सामने हाथ फैलाकर एक पैसा मांगने लगा। विद्यासागर जी उस बालक से बोले "यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रूपया दूं तो तुम क्या करोगे?"
रोमा गिलहरी जाते-जाते अपने नटखट बेटे चुन्नू से बोली, “मैं भोजन की तलाश में बाहर जा रही हूं। तुम घर में ही रहना, बाहर मत निकलना झाड़ी के उस पार इंसानों की बस्ती है। वे हमारे लिए खतरनाक हैं"।
एक था किसान, उसके दो पुत्र थे। थोड़ी सी जमीन थी उसके पास, जिसके बल बूते पर उसने अपने परिवार का पेट पाला था। और इसके अतिरिक्त कुछ थोड़ा बहुत धन भी बचाया था।वह किसान बहुत ही मेहनती था।
जंगल की कहानी (Jungle Story) दुष्ट दोस्त की दोस्ती :- एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। वो बहुत ही दुष्ट और स्वार्थी स्वभाव की थी। इसलिये जंगल के सब पशु पक्षी उससे दूर ही रहते थे। आखिर अकेले रहते रहते एक दिन लोमड़ी ऊब गई। उसने देखा कि जंगल के सभी पशु पक्षी एक दूसरे के साथ मिलजुल कर खेलते कूदते और खुश रहते हैं। लोमड़ी के मन में आया कि अगर उसका भी कोई दोस्त होता तो वह भी उसके साथ दिन भर खेलती और बातें करती।
मज़ेदार कहानी:सपने में देखा खजाना - मुगल सिपहसालार शायस्त खाँ बड़ा बुद्धिमान था। उसे विज्ञान और कला से बड़ा प्रेम था। फुर्सत के क्षणों में वह कला और विज्ञान पर नई नई खोजें किया करता था।