Motivational Story: मेहनत का दांव
रूस्तम अपने ज़माने का एक प्रसिद्ध पहलवान था, उसने हज़ारों कुश्तियां जीतीं, खूब नाम कमाया, लेकिन अब वह बूढ़ा हो गया था इसलिए कोई उसे पूछता नहीं था। एक दिन रुस्तम के सामने एक लड़का आ खड़ा हुआ, उसका एक ही हाथ था।
रूस्तम अपने ज़माने का एक प्रसिद्ध पहलवान था, उसने हज़ारों कुश्तियां जीतीं, खूब नाम कमाया, लेकिन अब वह बूढ़ा हो गया था इसलिए कोई उसे पूछता नहीं था। एक दिन रुस्तम के सामने एक लड़का आ खड़ा हुआ, उसका एक ही हाथ था।
एक तालाब में कम्बुग्रीव नामक एक कछुआ रहता था। उसी तालाब में दो हंस तैरने के लिए उतरते थे। हंस बहुत हंसमुख और मिलनसार थे। धीरे धीरे हंसों और कछुए में गहरी दोस्ती हो गयी। दोनों हंस बहुत ज्ञानी थे।
टॉमी कुत्ता शहर से पढ़ लिखकर आज वापस लौट रहा था, उसने जब शहर जाकर पढ़ने-लिखने का फैसला किया था उस समय जंगल वालों ने उसके फैसले का खूब मज़ाक उड़ाया था, उनका कहना था कि पढ़ लिखकर कुछ नहीं होना था।
एक जंगल में एक सियार और सियारिन रहते थे। सियार को जंगल के राजा शेर से बहुत जलन होती थी। वो खुद जंगल का राजा बनना चाहता था। लेकिन कैसे? ये पता नहीं था। आखिर उसने शेर के बच्चे से दोस्ती की।
एक रात की बात है शालू अपने बिस्तर पर लेटी थी। अचानक उसके कमरे की खिड़की पर बिजली चमकी। शालू घबराकर उठ गई, उसने देखा कि खिड़की के पास एक बुढ़िया हवा मे उड़ रही थी।
कुछ माह पूर्व मेरे एक मित्र ने शिकायत की, कि उसके पास प्रार्थना के लिए कोई समय ही नहीं बचता क्योंकि 3 घंटे तो उसके कार्यस्थल तक आने और जाने में ही बर्बाद हो जाते हैं और शेष समय उसका काम करते हुए गुजर जाता है।
एक नर्स ने एक भाषण के दौरान बताया कि उसमें विकास कैसे हुआ ‘‘कुछ वर्षों तक मैं एक रजिस्टर्ड नर्स थी। मैं खुद को हमेशा ही एक दयावान इंसान समझती थी, एक ऐसा इंसान समझती थी, जो किसी की पीड़ा या संवेदना की थाह पा सकता है।