हिंदी प्रेरक कहानी: ये खेत मेरा है
Web Stories: यह एकदम सच्ची और प्रेरक घटना है, हालांकि घटना थोड़ी पुरानी है, यानि अंग्रेजी राज्य के समय की जब हमारा देश गुलाम था। गोरे किसानों पर बहुत अत्याचार करते थे,
Web Stories: यह एकदम सच्ची और प्रेरक घटना है, हालांकि घटना थोड़ी पुरानी है, यानि अंग्रेजी राज्य के समय की जब हमारा देश गुलाम था। गोरे किसानों पर बहुत अत्याचार करते थे,
Web Stories: एक थी गिलहरी, बहुत छोटी सी। मां उसे प्यार से छुटकी कहती थी। छुटकी दिनभर अपने कोटर में उछल-कूद मचाती थी। मां गिलहरी जब भी दाना-दुना लेने कोटर से बाहर जाती,
Web Stories: किसी गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। ब्राह्मण गरीब होते हुए भी सच्चा और इमानदार था। परमात्मा में आस्था रखने वाला था। वह रोज़ सवेरे उठ कर गंगा में नहाने
Web Stories: किसी गांव में धनीराम नाम का एक किसान रहता था। बह 50 बीघा जमीन का मालिक था। उसका एक खेत मुख्य सड़क के किनारे पर था। उस खेत की फसल की रखवाली वह स्वयं करता था।
Web Stories: बहुत पुरानी बात है। हमारे गांव में एक सज्जन रहते थे, नाम था उनका मुंशी सजधज लाल, जैसा नाम था, वैसा ही काम भी था, मुंशी जी घर से बाहर जब भी निकलते, तब रेशमी
Web Stories: पहले मेरी हल्दी-धनिया तथा अन्य मसालों की दुकान थी। हल्दी नाक में घुसती थी, मिर्च आंखों को जलाती रहती थी और मैं सदा दुखी रहता था। आमदनी भी कुछ खास नहीं थी।
Web Stories: प्रकाश आठवीं कक्षा में पढ़ता था। वह नित्य नियम से सवेरे जल्दी उठकर पार्क में घूमने जाया करता था। आज भी वह हमेशा की भांति पार्क से घूमकर लौटा तो मां ने उसे