जंगल का सबक: सच्ची दोस्ती की पहचान
"जंगल का सबक" कहानी में राहुल और सोहन नाम के दो दोस्त जंगल के रास्ते से गुज़रते हैं। रास्ते में उन्हें एक भालू मिलता है। राहुल डरकर पेड़ पर चढ़ जाता है, जबकि सोहन मरे होने का नाटक करके अपनी जान बचाता है।
"जंगल का सबक" कहानी में राहुल और सोहन नाम के दो दोस्त जंगल के रास्ते से गुज़रते हैं। रास्ते में उन्हें एक भालू मिलता है। राहुल डरकर पेड़ पर चढ़ जाता है, जबकि सोहन मरे होने का नाटक करके अपनी जान बचाता है।
Web Stories: सुन्दर वन में एक छोटी सी पहाड़ी पर दस वृक्ष पास पास थे। ये दस पेड़ अलग-अलग किस्म के थे इनमें एक पेड़ पीपल का भी था। पास के गाँव की नारियाँ रोज़ पीपल की पूजा
Web Stories: एक बार की बात है, जंगल के एक हिस्से में भूखा भालू टहल रहा था। उसका पेट भूख से मरोड़ खा रहा था और उसे कुछ खाने की तलाश थी। तभी उसने दूर से
Web Stories: जंगल की सीख एक घने जंगल में चिंटू नाम का एक नन्हा चीता रहता था। चिंटू बहुत तेज़ दौड़ता था, लेकिन उसे लगता था कि जंगल में उससे तेज़ कोई नहीं है। वह हमेशा
एक घने जंगल में चिंटू नाम का एक नन्हा चीता रहता था। चिंटू बहुत तेज़ दौड़ता था, लेकिन उसे लगता था कि जंगल में उससे तेज़ कोई नहीं है। वह हमेशा अपनी तेज़ी का घमंड करता और अपने दोस्तों को चिढ़ाता।
Web Stories: बंटी बंदर व शंटी लंगूर ने एक मारधाड़ वाली फिल्म देखी, फिल्म में उन्होंने देखा कि किस तरह कुछ डाकुओ ने पिस्तौल दिखाकर कई लोगों को लूटा और चलते बने।
Web Stories: एक दिन एक गधे और लोमड़ी ने शेर के साथ एक समझौता किया कि वह तीनों अपने लिए एक साथ जंगल में खाने की तलाश करेंगे। उन्हें लगा कि एक साथ खाने की तलाश