गौरव का होमवर्क करने वाला एआई दोस्त
गौरव एक होशियार और जिज्ञासु लड़का था, लेकिन उसे होमवर्क करना बिलकुल पसंद नहीं था। स्कूल से आते ही उसका मन टीवी देखने या वीडियो गेम खेलने में लग जाता। हर दिन उसकी मम्मी उसे डांटतीं,
गौरव एक होशियार और जिज्ञासु लड़का था, लेकिन उसे होमवर्क करना बिलकुल पसंद नहीं था। स्कूल से आते ही उसका मन टीवी देखने या वीडियो गेम खेलने में लग जाता। हर दिन उसकी मम्मी उसे डांटतीं,
एक बच्चा था, जिसका नाम चिंटू था। वह बेहद होशियार था, लेकिन उसकी होशियारी अक्सर चतुराई में बदल जाती थी। पढ़ाई-लिखाई से ज्यादा उसका ध्यान नए-नए गैजेट्स और टेक्नोलॉजी पर रहता था।
गांव के बीचो-बीच मोंटी नाम का एक शरारती लड़का रहता था। उसकी शरारतें इतनी मशहूर थीं कि लोग उसे देखते ही सतर्क हो जाते। एक दिन मोंटी को कबाड़ में एक अजीब-सा पुराना हेलमेट मिला।
सूरज स्कूल का सबसे बड़ा खेलकूद का मैदान था, जहाँ हर दिन बच्चे मस्ती करते थे। कक्षा 5 का मोहित अपनी चालाकी और मजेदार हरकतों के लिए मशहूर था। उसकी सबसे अच्छी दोस्त पिया थी
एक बार देव शर्मा नाम का एक साधु हुआ करता था, जो शहर से दूर एक मंदिर में रहता था। वह लोगों के बीच काफी चर्चित और सम्मानित भी था। लोग उपहार, खाद्य सामग्री और पैसे लेकर उनसे मिलने और उनका आर्शीवाद लेने आते थे।
आनंदपुर, एक हरा-भरा और खुशहाल शहर था, जहां लोग सुख-शांति के साथ रहते थे। इसी शहर में वीरू नाम का एक साहसी और मददगार लड़का था, जिसे सभी लोग पसंद करते थे।
यह कहानी राजा मानसिंह और उनकी महारानी के कीमती हार की है, जो अचानक गायब हो जाता है। राजा ने इसे ढूंढने की जिम्मेदारी अपने चतुर दरबारी, चतुर सिंह को दी। चतुर सिंह ने गधे की पूंछ पर इत्र लगाकर सभी सेवकों को उसे पकड़ने का निर्देश दिया।