Moral Story: आलस्य करने का फल
बहुत समय पहले की बात है। बगदाद में एक चरवाहा रहता था। उसका नाम अबू था। उसके पास कई भेड़ बकरियां थीं, जिन्हें वह रोज़ाना पास की पहाड़ियों पर चराने ले जाता था। वैसे तो अबू एक अच्छा इंसान था।
बहुत समय पहले की बात है। बगदाद में एक चरवाहा रहता था। उसका नाम अबू था। उसके पास कई भेड़ बकरियां थीं, जिन्हें वह रोज़ाना पास की पहाड़ियों पर चराने ले जाता था। वैसे तो अबू एक अच्छा इंसान था।
धीरू बेटे, शाम के सात बजने वाले हैं। अंधेरा गहनता की ओर खिसक रहा है। आज मुझे कुछ जरूरी काम से जाना है। हमें घर पहुंचने में देर हो सकती है। रात के नौ-दस बज सकते हैं। सुबह से अब तक की बिक्री लगभग दस हजार की रही है।
एक बार एक औरत की आंखों की रोशनी चली जाती है और वह अंधी हो जाती है। वह एक डॉक्टर को बुलाती है और उससे कहती है कि अगर वह उसे ठीक कर देगा तो वह उसे बहुत बड़ी फीस देगी।
एक समय की बात है एक राजा था। उसकी एक बेटी थी जिसका नाम था मीरा। मीरा की छोटी उम्र में ही उसकी माँ की मौत हो गई थी। जिसके कारण उसके पिता को ही उसका पालन-पोषण करना पड़ा।
आठवीं कक्षा के छात्रों की बैठक जमी हुई थी कक्षा के मॉनीटर नरेन्द्र सहित अरविंद, बंटू सभी इस बात का फैसला नहीं कर पा रहे थे कि अपने प्रिय अध्यापक पंडित रामदीन शास्त्री जी को उनके रिटायरमेंट ग्रहण के अवसर पर।
बापू प्रकृति प्रेमी थे। वे कभी किसी वृक्ष की टहनी नहीं तोड़ते, कभी फूल भी नहीं तोड़ते। नदी से सिर्फ उतना ही पानी लेते जितनी आवश्यकता होती। एक दिन जमनालाल बजाज ने चुटकी ली- ''बापूजी।
फोर्ड मोटर के मालिक हेनरी फोर्ड दूनिया के चुनिंदा धनी व्यक्तियों में शुमार किए जाते थे। एक बार एक भारतीय उद्योगपति भारत में मोटर कारखाना लगाने से पहले फोर्ड से सलाह करने अमेरिका गए।