प्रेरक कहानी - बुद्ध की बुद्धिमत्ता
प्राचीन काल की बात है। गौतम बुद्ध एक गाँव से गुजर रहे थे। उन्हें देखकर गाँव के कुछ लोग उनका उपहास करने लगे। उनकी वेशभूषा देखकर उन्होंने ताने मारे और अपमानजनक बातें कही।
प्राचीन काल की बात है। गौतम बुद्ध एक गाँव से गुजर रहे थे। उन्हें देखकर गाँव के कुछ लोग उनका उपहास करने लगे। उनकी वेशभूषा देखकर उन्होंने ताने मारे और अपमानजनक बातें कही।
एक समय की बात है। एक गांव में कुछ मजदूर पत्थर के खंभों को तराशने का काम कर रहे थे। उसी समय, एक संत वहां से गुजरे। उन्होंने एक मजदूर से पूछा, "भाई, यहां क्या बन रहा है?
बहुत समय पहले की बात है, एक राज्य था जहां राजा रामभद्र राज करते थे। उनकी दयालुता और न्यायप्रियता के कारण प्रजा उन्हें भगवान की तरह पूजती थी। उनका नाम पूरे राज्य में सद्भावना और उदारता का प्रतीक बन गया था।
एक बार की बात है, एक तेली के पास कोल्हू का बैल था। बैल पूरे दिन तेल निकालने के लिए कोल्हू घुमाता रहता था। तेली ने बैल की आँखों पर पट्टी बांध रखी थी, ताकि बैल यह न समझ सके कि वह सिर्फ एक ही जगह पर घूम रहा है।
एक बार राजा वीरसेन के दरबार में एक कवि आया। उसने राजा की महानता की प्रशंसा करते हुए एक सुंदर कविता प्रस्तुत की। उसने कहा, "राजा वीरसेन बहुत महान हैं, वह दयालु और न्यायप्रिय हैं।
एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में प्रिंस नाम का लड़का रहता था। प्रिंस बहुत शरारती और चंचल था। उसकी हरकतें इतनी मजेदार होती थीं कि गांव के सभी बच्चे उसकी दोस्ती चाहते थे।
एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक बूढ़ा किसान अपने चार आलसी पुत्रों के साथ रहता था। किसान बहुत मेहनती था, लेकिन उसके बेटे दिनभर बैठकर सिर्फ आराम करते और काम से जी चुराते थे।