Stories Motivational Story: शिष्टाचार का सबक हर व्यक्ति को अपने आप पर गर्व होना ही चाहिए, वे अक्सर कहा करते थे। वे ईश्वर चन्द्र विद्या सागर थे। उन दिनों वे संस्कृत कॉलेज के प्रधानाचार्य थे। चूंकि कॉलेज के प्रधान थे। By Lotpot 08 Dec 2023
Stories Motivational Story: तरकीब दीपू के कई मित्र थे। वह विद्यालय का सबसे प्रसिद्ध लड़का था। वह पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी सदैव आगे रहता था। वह कक्षा के सभी विधार्थियों से बड़े प्रेम से बात करता। उसकी बोली में रस घुलता था। By Lotpot 04 Dec 2023
Stories Motivational Story: तुम कब बड़े होगे ‘‘तुम कब बड़े होगे"? दिन में कई बार राजा को अपनी मां से ये वाक्य सुनना पड़ता था। राजा तेरह साल का था। उसे एक बड़ी अजीब परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा था। By Lotpot 22 Nov 2023
Stories Motivational Story: हाथों का मूल्य यह गर्मियों की एक दोपहर की बात है स्कूल खत्म करके रमेश घर वापिस जा रहा था। हैडमास्टर होने के कारण वह सबसे आखिर में स्कूल से निकलता था। अचानक उसके स्कूटर का हैंडल हिलने लगा। By Lotpot 22 Nov 2023
Stories Motivational Story: दिमाग लगाया त्योहार मनाया दिवाली आने वाली थी विजयनगर राज्य में दीवाली को मनाने की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही थी। हर तरफ मिठाइयों की दुकानें सज गई थीं। ऐसे में एक समस्या आन खड़ी हुई। By Lotpot 21 Nov 2023
Stories Motivational Story: मुनीम और नौकर करोड़ीमल लखनऊ के माने हुए सेठ थे। उदार व दानी होने के कारण सभी उनकी प्रशंसा करते थे। सेठ जी के यहाँ रामू नाम का एक नौकर और एक मुनीम काम करते थे। By Lotpot 20 Nov 2023
Stories Motivational Story: ख़ुशी की दस्तक राहुल एक बेहद नेकदिल न्यूज़ पेपर डिलीवरी बॉय था। हर सुबह ठीक सात बजे, वह घर घर जाकर सबके मेल बॉक्स में समाचार पत्र डालता और फिर अपने घर लौटकर कॉलेज जाने की तैयारी करता था। By Lotpot 18 Nov 2023
Stories Fun Story: होशियार लड़का एक दिन एक आदमी अपने गधे पर दो गेहूं की बोरी रखकर बाज़ार की तरफ जा रहा था। थोड़े समय बाद वह थक गया था और आराम करने के लिए वह पेड़ के नीचे बैठ गया। जब वह सोकर उठा तो उसे अपना गधा नहीं दिखा और उसने इधर उधर अपने गधे को ढूंढना शुरू किया। By Lotpot 17 Oct 2023
Stories Motivational Story: मेहनत का महत्व शिमला के पास पालमपुर नाम का एक छोटा गांव था। उस गांव के लोग साधारण काम करने वाले लोग थे जो अपनी रोज़मर्रा के खर्चे को बहुत मुश्किल से कमाते थे।उस गांव के पास एक छोटा गांव था, जहां पर थोड़े समय में एक छोटा बाज़ार बन गया था। By Lotpot 28 Oct 2023