Moral Story: व्यवहार
ईसा मसीह अपने निकट आने वाले हर छोटे बड़े इंसान पर समान रूप से प्रेम बरसाते थे। एक दिन वह अनेक दुखी पीड़ित लोगों से मिल रहे थे, तभी उनके कुछ विरोधी वहां आ पहुँचे। उन्हें ईसा मसीह का यह आचरण नागवार गुजरा।
ईसा मसीह अपने निकट आने वाले हर छोटे बड़े इंसान पर समान रूप से प्रेम बरसाते थे। एक दिन वह अनेक दुखी पीड़ित लोगों से मिल रहे थे, तभी उनके कुछ विरोधी वहां आ पहुँचे। उन्हें ईसा मसीह का यह आचरण नागवार गुजरा।
स्वामी दयानन्द सरस्वती, आधुनिक भारत के महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त थे। उन्होंने 1874 में एक आर्य सुधारक संगठन 'आर्य समाज' की स्थापना की। वे एक संन्यासी तथा एक महान चिंतक थे।
जब अरुण छोटा था, तो वह बहुत आलसी और कभी कभी डरता भी था। जब कभी नई चीजों की बात आती थी, तो अरुण सोचता ही रह जाता था। वह कुछ भी नए काम करने से पहले बहुत सावधानी बरतता था। कई चीजों को करने से अरुण बहुत डरता था।
बहुत समय पहले की बात है, बहुत दूर एक बहुत सुंदर लड़की रहती थी जो बहुत नाजुक और प्यारी थी। उसके माता पिता ने उसे बढ़े प्यार से बड़ा किया था। जब वह नदी के किनारे बैठती थी, तो सभी चिढ़ियां और पक्षी उसके आसपास घूमते रहते थे।
एक राजा था जिसका नाम हेमराज था, उस राजा को शिकार करना बहुत पसंद था एक दिन जब वह शिकार करने गया तो उसने देखा की एक पांडा का बच्चा है जो बिलकुल अकेला ही घूम रहा है। राजा ने सोचा की लगता है इस पांडा के परिवार को शिकारियों ने मार डाला है।
लक्ष्य प्राप्त करने के लिए दिमाग शांत होना चाहिए, शांत दिमाग के माध्यम से ही किसी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए सात सेकेंड ध्यान लगाने से इसकी शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। खुद पर विश्वास करना शुरू करें।