Chelaram E-Comics: चेलाराम और पूरा पागल
शाम का वक़्त था चेलाराम घर के बहार खड़े होकर दोस्तों का इंतज़ार कर रहे थे, की तभी उनका दोस्त सुब्बू वहां आता है। अभी दोनों आपस में बातें कर रहे होते हैं कि तभी सुब्बू चेलाराम से बोलता है।
शाम का वक़्त था चेलाराम घर के बहार खड़े होकर दोस्तों का इंतज़ार कर रहे थे, की तभी उनका दोस्त सुब्बू वहां आता है। अभी दोनों आपस में बातें कर रहे होते हैं कि तभी सुब्बू चेलाराम से बोलता है।
संदीप सक्सेना आठवीं कक्षा में पढ़ता था। स्कूल में उसके दोस्तों की संख्या काफी कम थी। उसका सबसे अच्छा दोस्त जितेन्द्र था। एक दिन जितेन्द्र स्कूल नहीं आया। कक्षा में बैठे संदीप का मन भी पढ़ाई में नहीं लग रहा था।
बहुत पुरानी बात है। हमारे गांव में एक सज्जन रहते थे, नाम था उनका मुंशी सजधज लाल, जैसा नाम था, वैसा ही काम भी था, मुंशी जी घर से बाहर जब भी निकलते, तब रेशमी कुर्ता, साफ सुथरी धोती पहनते।
सुंदरबन मैंग्रोव वन, दुनिया के सबसे बड़े ऐसे वनों में से एक है (140,000 हेक्टेयर), बंगाल की खाड़ी पर गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों के डेल्टा पर स्थित है। यह 1987 में अंकित भारत के सुंदरबन विश्व धरोहर स्थल की सीमा के निकट है।
सुंदरबन मैंग्रोव वन, दुनिया के सबसे बड़े ऐसे वनों में से एक है (140,000 हेक्टेयर), बंगाल की खाड़ी पर गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों के डेल्टा पर स्थित है। यह 1987 में अंकित भारत के सुंदरबन विश्व धरोहर स्थल की सीमा के निकट है।
3 सितंबर 1957 को मैसूर, कर्नाटक, भारत में जगदीश वासुदेव का जन्म हुआ। उनके माता-पिता बी.वी. वासुदेव, मैसूरु रेलवे अस्पताल में एक डॉक्टर थे और सुशीला वासुदेव, एक गृहिणी थीं। उनके पांच बच्चों में से वह सबसे छोटे हैं।