Motu Patlu E-Comics: बारिश करवा दो भगवान
गर्मी का मौसम चल रहा था। मोटू और पतलू दोनों की हालत गर्मी में बहुत बुरी हो गयी थी। वे दोनों बाहर निकल कर जोर जोर से चिल्ला रहे थे की भगवान बारिश करवा दीजिये, अगर बारिश नहीं हुई तो हम मर जाएंगे।
गर्मी का मौसम चल रहा था। मोटू और पतलू दोनों की हालत गर्मी में बहुत बुरी हो गयी थी। वे दोनों बाहर निकल कर जोर जोर से चिल्ला रहे थे की भगवान बारिश करवा दीजिये, अगर बारिश नहीं हुई तो हम मर जाएंगे।
एक दिन मोटू और पतलू बाजार से लौट रहे थे, रास्ते में उन लोगों ने केले खरीद लिए और उन्हें खाते खाते घर की तरफ जा रहे थे। मोटू केला खा कर छिलका रोड पर ही फेंक दे रहा था, पतलू भी कुछ ऐसा ही कर रह था।
होली बीत चुकी थी, मौसम गर्म होने लगा था। एक दिन मोटू पतलू दिन में बाजार गए वहां से लौटते समय दोनों पसीने से भीग गए और गर्मी से बहुत ज्यादा परेशान हो गए। गर्मी से परेशान होकर मोटू ने बोला की अभी से इतनी गर्मी हो रही है।
एक दिन मोटू घर पर बहुत उदास बैठा था तभी पतलू वहां आता है और मोटू से पूछता है की क्या हुआ भाई इतना उदास क्यों बैठा है तेरा इंस्टाग्राम उड़ गया या फेसबुक, व्हाट्सएप कुछ ब्लॉक हो गया है?
एक दिन डॉ. झटका मोटू पतलू के घर जा कर दोनों को बताते हैं की उसने एक नया आविष्कार किया है, जिससे आदमी पक्षियों की तरह आसमान में उड़ सकता है। डॉ. झटका की बात सुनकर मोटू बहुत खुश हो जाता है।
एक दिन मोटू बाजार से घर लौट रहा था, तभी रास्ते में कुछ बच्चे उसकी नक़ल करने लगते हैं। यह देखकर मोटू उदास हो जाता है उसको लगता है की वे बच्चे उसका मज़ाक उड़ा रहे हैं। यही सोचते सोचते वो घर की तरफ चलता है।
पिछली गर्मियों की बात है मोटू पतलू अपने गार्डन में टहल रहे थे, तभी उन्हें चाचा खोटु मल आते हुए दिखाई दिए। दोनों चाचा को आते देख खुश हो गए, जैसे ही चाचा जी उनके पास पहुंचे वे बोलने लगे की भतीजों बहुत जी लिया गृहस्थ जीवन।