हिंदी प्रेरक कहानी: दिव्य शक्ति उन दिनों रामकृष्ण परमहंस बेहद बिमार थे, चारपाई से उठने की शक्ति भी उनमें नही बची थी उनके निकट संबंधी और भक्तगण उनकी इस दशा पर बेहद चिंतित थे। By Lotpot 21 Jun 2024 in Stories Motivational Stories New Update दिव्य शक्ति Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी प्रेरक कहानी: दिव्य शक्ति:- उन दिनों रामकृष्ण परमहंस बेहद बिमार थे, चारपाई से उठने की शक्ति भी उनमें नही बची थी उनके निकट संबंधी और भक्तगण उनकी इस दशा पर बेहद चिंतित थे। सभी को उनके अंत समय का आभास हो चला था। उनके दर्शन करने वालों की कतार हमेशा उनकी कुटिया में लगी रहती थी। रामकृष्ण स्वामी के आंगन में एक खजूर का पेड़ लगा था। उस वृक्ष का रस अपनी मिठास के लिए दूर-दूर तक मशहूर था। (Motivational Stories | Stories) एक बार रामकृष्ण परमहंस से मिलने उनके बहुत से भक्तों के बच्चे भी आए थे। रस से भरे वृक्ष को देख नन्हें बच्चे अपना लोभ संभाल नहीं सके परन्तु उस खजूर के वृक्ष के तने में एक भयानक नाग का बिल था बच्चों को इसकी जानकारी नहीं थी। बच्चों ने वृक्ष पर चढ़ने की योजना बनाई। रस पीने से पहले वे तालाब में नहाने गए। इतने में किसी तरह परमहंस के कानों तक बात पहुँच गई। वे जानते थे कि मना करने पर भी बच्चे नहीं मानेंगे। ढे़र सारे नन्हें बच्चों की जान खतरे में देख रामकृष्ण कांप उठे। किसी तरह उठकर वे नाग के बिल के सामने पहुंचे और नाग देवता को पुकारकर बच्चों की... किसी तरह उठकर वे नाग के बिल के सामने पहुंचे और नाग देवता को पुकारकर बच्चों की रक्षा की प्रार्थना करने लगे। नाग प्रकट हुआ और रामकृष्ण के आगे सर झुका कर वापस बिल में चला गया। रामकृष्ण वहीं बिल के सामने पहरेदार बनकर बैठ गये। बच्चे आये और रस पीकर संतुष्ट हुए। वृक्ष के पास बिमार परमहंस को बैठे देख जब बड़ों को सारी बातों का पता लगा तो वे अवाक रह गए। जो व्यक्ति अपनी भारी बीमारी के कारण पल भर के लिए भी उठने में असमर्थ था वह आंगन में कैसे बैठे रहे भक्तों ने पूछ ही लिया, "स्वामी जी, यह कैसे संभव हुआ?" स्वामी रामकृष्ण परमहंस मुस्कुराते हुए बोले, "जब किसी के प्राणों की रक्षा की जिम्मेदारी आ पड़ती है तो बिमार शरीर में अपने आप शक्ति आ ही जाती है। अगर विश्वास न हो तो खुद ऐसा करके देखो"। परमहंस की बात पर सभी अभिभूत हो उठे। (Motivational Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | majedar bal kahani | Bal Kahani in Hindi | Best Hindi Bal kahani | bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | Hindi Bal Kahani | choti majedar hindi kahani | choti hindi kahani | kids hindi kahaniyan | kids hindi kahani | bachon ki hindi kahaniyan | hindi kahani | Hindi kahaniyan | sikshaprad kahani | Kids Hindi Motivational Story | short hindi motivational story | Hindi Motivational Story | hindi motivational story for kids | choti hindi prerak kahani | choti prerak kahani | bachon ki prerak kahaniyan | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | मज़ेदार बाल कहानी | मजेदार बाल कहानी | बच्चों की बाल कहानी | बाल कहानी | प्रेरक हिंदी कहानी | बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानियां | हिंदी कहानी | हिंदी कहानियां | हिंदी बाल कहानी | छोटी हिंदी प्रेरक कहानी | बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी | बच्चों की प्रेरक हिंदी कहानी | बच्चों की प्रेरक कहानी | बच्चों की प्रेरक कहानियाँ | छोटी हिंदी कहानी यह भी पढ़ें:- हिंदी प्रेरक कहानी: चाल पर चाल हिंदी प्रेरक कहानी: परदुःख कातरता Motivational Story: माँ का प्रेम Motivational Story: ईश्वर को मत कोसो #मज़ेदार बाल कहानी #bachon ki hindi kahaniyan #choti hindi prerak kahani #lotpot E-Comics #बच्चों की प्रेरक हिंदी कहानी #बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी #hindi motivational story for kids #Kids Hindi Motivational Story #हिंदी कहानियाँ #choti majedar hindi kahani #Best Hindi Bal kahani #choti hindi kahani #Hindi Bal Kahani #Bal Kahani in Hindi #बच्चों की प्रेरक कहानी #हिंदी प्रेरक कहानी #short hindi motivational story #choti prerak kahani #हिंदी कहानी #लोटपोट #बाल कहानी #बच्चों की बाल कहानी #बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानियां #हिंदी बाल कहानी #Hindi Kahani #Hindi Bal Kahaniyan #बच्चों की प्रेरक कहानियाँ #sikshaprad kahani #मजेदार बाल कहानी #लोटपोट ई-कॉमिक्स #Hindi kahaniyan #Hindi Motivational Story #majedar bal kahani #Bal kahani #छोटी हिंदी प्रेरक कहानी #kids hindi kahaniyan #प्रेरक हिंदी कहानी #kids hindi kahani #छोटी हिंदी कहानी #bachon ki prerak kahaniyan #Lotpot You May Also like Read the Next Article