नीला सियार - सच को छिपाना मुश्किल
बहुत समय पहले की बात है, जंगल में एक चतुर सियार रहता था। वह अपनी चालाकी के लिए मशहूर था। एक दिन सियार जंगल से निकल कर गाँव के तरफ चल दिया, वहां गाँव में अनजान जानवर को देख वहां के कुत्तों ने ऊपर हमला कर दिया
बहुत समय पहले की बात है, जंगल में एक चतुर सियार रहता था। वह अपनी चालाकी के लिए मशहूर था। एक दिन सियार जंगल से निकल कर गाँव के तरफ चल दिया, वहां गाँव में अनजान जानवर को देख वहां के कुत्तों ने ऊपर हमला कर दिया
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, जिसका नाम राहुल था। राहुल बहुत शरारती था और अपनी छोटी-मोटी बातों में झूठ बोलने की आदत से गाँववालों को परेशान करता था।
गर्मी की छुट्टियां चल रही थीं और एक छोटे से गांव के बच्चों का गैंग खेल-कूद में व्यस्त था। इस गैंग में कुल चार दोस्त थे—चिंटू, मिंटू, पिंकी, और राजू। हर दिन नई शरारत और मजेदार खेल इनके एजेंडे में होता।
एक छोटे से कस्बे में आर्यन नाम का एक होशियार और समझदार बच्चा अपनी मां के साथ बाजार गया। दोनों एक मिठाई की दुकान पर गए। दुकान पर मिठाइयों के साथ-साथ रंग-बिरंगी टॉफियां भी सजी हुई थीं।
एक बार की बात है, जंगल में तीन बैल रहते थे। वे बहुत अच्छे दोस्त थे और हमेशा साथ रहते थे। जहां भी जाते, साथ में चरते, खेलते, और एक-दूसरे का ध्यान रखते। उनकी एकता और दोस्ती इतनी गहरी थी
गांव के पास एक छोटा-सा कस्बा था, जहां रामू नाम का एक साधारण लड़का रहता था। रामू गरीब था, लेकिन उसकी सबसे बड़ी खासियत थी उसकी ईमानदारी। वह गांव वालों के काम में मदद करके अपना गुजारा करता था।
एक बार की बात है, एक तेली के पास कोल्हू का बैल था। बैल पूरे दिन तेल निकालने के लिए कोल्हू घुमाता रहता था। तेली ने बैल की आँखों पर पट्टी बांध रखी थी, ताकि बैल यह न समझ सके कि वह सिर्फ एक ही जगह पर घूम रहा है।