जंगल की कहानी : बन्नी खरगोश की सीख
किसी जंगल में एक छोटा सा खरगोश रहता था जिसका नाम था बन्नी। बन्नी बहुत ही मिलनसार और खुशमिजाज खरगोश था, और उसके बहुत से दोस्त थे। उसे अपने दोस्तों पर बहुत गर्व था
किसी जंगल में एक छोटा सा खरगोश रहता था जिसका नाम था बन्नी। बन्नी बहुत ही मिलनसार और खुशमिजाज खरगोश था, और उसके बहुत से दोस्त थे। उसे अपने दोस्तों पर बहुत गर्व था
Web Stories - गोलू हाथी नगर का एक बड़ा व्यापारी था। उसके पास बाजार के बाहर दो कारखाने और बाजार में तीन दुकानें थीं। वह मसालों और आलू का थोक व्यापार...
गोलू हाथी नगर का एक बड़ा व्यापारी था। उसके पास बाजार के बाहर दो कारखाने और बाजार में तीन दुकानें थीं। वह मसालों और आलू का थोक व्यापार करता था। अपने बड़े व्यापार में मदद के लिए, गोलू को एक अच्छे सहयोगी की आवश्यकता थी।
यह कहानी एक सियार और भेड़िये की है, जो जंगल के राजा बनने का सपना देखते हैं। वे सोचते हैं कि अगर वे राजा बन गए, तो वे अन्य प्राणियों पर हुक्म चला सकेंगे। लेकिन जंगल का असली राजा शेरसिंह होता है।
जंगल के किनारे ऊंचे पेड़ पर कौआ अपना घोंसला बना रहा था। बनाते बनाते कौए को यह लगा कि अभी कुछ कमी है। उसने घोंसले के बीच में कुछ सूखी घास रख दी और खाली स्थानो को भी भर दिया।
जंगल में दो प्रकार के जानवर थे। शेर-चीता आदि मासांहारी थे, हिरण, नीलगाय, खरगोश, कछुआ आदि शाकाहारी वन्य प्राणी थे। दोनों वर्गों के प्राणी एक दूसरे से अलग अलग रहते थे।
दीपावली के चार दिन रह गए थे लोटपोट के सभी बच्चों में उत्साह था। सबको अपने अपने घर से आतिशबाजी खरीदने के लिए पैसे मिल चुके थे। वीनू और टीनू को भी।