यमराज का न्याय: एक की भूल, दूसरे की खुशहाल किस्मत!" 🌿👣
यमराज का न्याय: एक गाँव में दो गरीब किसान रहते थे। उनके पास ज्यादा जमीन नहीं थी, और जो थोड़ी-बहुत थी, उसमें भी फसल सीमित ही होती थी। उनके पूरे परिवार की आजीविका खेती पर निर्भर थी।
यमराज का न्याय: एक गाँव में दो गरीब किसान रहते थे। उनके पास ज्यादा जमीन नहीं थी, और जो थोड़ी-बहुत थी, उसमें भी फसल सीमित ही होती थी। उनके पूरे परिवार की आजीविका खेती पर निर्भर थी।
बहुत समय पहले की बात है। एक गाँव में मोहन नाम का एक व्यक्ति रहता था, जिसे ध्यान और योग करने का बहुत शौक था। लेकिन एक समस्या थी – जब भी वह ध्यान करने बैठता, उसका मन इधर-उधर भागने लगता।
एक बार की बात है, भारत के तराई क्षेत्र में भीषण अकाल पड़ गया। वहां के पक्षियों का राजा, जो हिमालय पर रहता था, ने सभी पक्षियों को खाने की खोज में भेज दिया। उसने कहा, "जाओ और खाने का जुगाड़ करो और वापस आओ
राजा या चोर- एक मां अपने बेटे के साथ बाजार जा रही थी। उसी समय उस बाजार से कुछ सिपाही एक चोर को लेकर जा रहे थे। बेटे ने मां से पूछा, 'मां वो कौन है? उसके आस-पास सिपाही क्यों हैं?'
एक ठाकुर ने एक बनिए से कुछ पैसे उधार लिए थे, लेकिन बार-बार कहने के बाद भी वो उधार चुकाने में असमर्थ था। एक दिन वो बनिया ठाकुर के घर चला गया और उससे पैसे मांगने लगा। ठाकुर के घर पर मेहमान आए हुए थे।
आपने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम सुना होगा, उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था और सभी प्यार से उन्हें 'मनु' कहते। मनु को हथियार चलाने की शिक्षा बचपन में ही मिल गई थी
एक गुरु के दो शिष्य थे, जो दोनों ही किसान थे। वे ईश्वर की भक्ति में लीन रहते थे और स्वच्छता एवं सादगी को महत्व देते थे। हालांकि, दोनों की परिस्थितियाँ एक जैसी होते हुए भी उनमें एक बड़ा सुखी था,