Stories मजेदार हिंदी कहानी: धर्मसेन का न्याय किसी जमाने में एक राजा था, उनका नाम धर्मसेन था। धर्मसेन का जैसा नाम था, वैसा ही उनका काम भी था। वह धार्मिक होने के साथ-साथ न्यायप्रिय भी थे। उनके दरबार में लोग दूर दूर से न्याय के लिए आते थे। By Lotpot 10 Jun 2024
Comics चेलाराम ई-कॉमिक्स: चेलाराम और रनिंग कम्पटीशन गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, चेलाराम सुबह सुबह उठ कर जलेबी खाने के लिए घर से बाहर निकले। अभी वो घर से थोड़ी दूर ही पहुंचे थे कि तभी उनके दोस्त पिंकू ने उन्हें आवाज़ दी। By Lotpot 05 Jun 2024
Comics पपीता राम ई-कॉमिक्स: पपीताराम का परहेज एक दिन पपीताराम अपनी सेहत को लेकर थोड़ा परेशान हो गए, वो अपनी इस परेशानी से निजात पाने के लिए डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर के पास पहुंचते ही पपीताराम ने डॉक्टर साहब को गुड इवनिंग किया। By Lotpot 04 Jun 2024
Comics मोटू पतलू ई-कॉमिक्स: मोटू पतलू और गर्मी का मौसम मई का महीना ख़त्म होने वाला था और गर्मी अपने चरम पर थी, मोटू और पतलू पसीने में लथपथ अपने घर में बैठ कर हाय गर्मी, हाय गर्मी की रट लगा रहे थे। By Lotpot 03 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: पिकनिक और टैक्स रूमा गिलहरी फुदक-फुदक कर अमरूद इकट्ठे कर रही थी। कभी इस डाल पर तो कभी उस डाल पर, बेचारी थक कर चूर हो गई थी। "क्या बात है रूमा बहन? आज अचानक इतनी दौड़-धूप?" By Lotpot 01 Jun 2024
Comics Natkhat Neetu E-Comics: नटखट नीटू और रोबो की ज़िद एक दिन की बात है मौसम बहुत अच्छा हो रहा था, हवा भी चल रही थी। टीटा घर से बाहर निकलता है तो मौसम को देखकर उसका मन पतंग उड़ाने का करने लगता है। By Lotpot 30 May 2024
Stories बच्चों की नैतिक कहानी: पकौड़ीमल और घासीराम एक महर्षि थे। उनकी काफी ख्याति थी। कृष्णा नदी के किनारे उनका आश्रम था, जहां कई शिष्य रहकर विद्याध्ययन करते थे। एक दिन महर्षि ने अपने एक शिष्य से कहा, निकट के गांव में जाकर जरूरत की सारी चीजें खरीद लाओ। By Lotpot 20 May 2024
Comics मोटू पतलू ई-कॉमिक्स: मोटू पतलू और बोलने वाला गधा एक दिन की बात है मोटू और पतलू घर में बैठे हुए पैसे कमाने के बारे में सोच रहे थे। तभी उनको एक आवाज़ सुनाई देती है मोटू पतलू कहां हो तुम, मैं स्वर्ग लोक से तुमसे मिलने आया हूं। By Lotpot 16 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: काम की गुणवत्ता एक महात्मा अपने शिष्यों के साथ पैदल भ्रमण करने को निकले। निर्माणाधीन मंदिर के पास उनकी तीव्र दृष्टि तीन मजदूरों पर पड़ी। उन्होंने उत्सुकतापूर्वक पहले से पूछा, "क्यों भाई क्या रहे हो?" By Lotpot 13 May 2024