Motivational Story: आशु की होशियारी
सर्दियों के दिन थे, आशू अपने घर की छत पर धूप में बैठकर पढ़ाई कर रहा था। उसके घर के ठीक बगल में रमा आंटी का घर था। रमा आंटी की बेटी मंजरी आशू के स्कूल में ही पढ़ती थी।
सर्दियों के दिन थे, आशू अपने घर की छत पर धूप में बैठकर पढ़ाई कर रहा था। उसके घर के ठीक बगल में रमा आंटी का घर था। रमा आंटी की बेटी मंजरी आशू के स्कूल में ही पढ़ती थी।
उसका नाम वीर बहादुर था दुबली-पतली काया और नाटे कद का स्वामी वीर बहादुर राधेपुर गांव में रहता था। वह दुनिया में अकेला था न मां बाप। पत्नी और बच्चे भी नहीं, कोई कहता कि उसने शादी नहीं की तो कोई पत्नी के चल बसने की बात कहता।
फोर्ड मोटर के मालिक हेनरी फोर्ड दूनिया के चुनिंदा धनी व्यक्तियों में शुमार किए जाते थे। एक बार एक भारतीय उद्योगपति भारत में मोटर कारखाना लगाने से पहले फोर्ड से सलाह करने अमेरिका गए।
पानीपत की लड़ाई छिड़ी हुई थी। पानीपत के मैदान में दोनों ओर दूर-दूर तक सैनिक लोग तम्बुओं में पड़े हुए हर समय गोला बारूद और सैनिकों से भिड़ जाने को थे। ऐसी ही एक शाम को जब लड़ाई कुछ देर के लिए रुकी हुई थी।
एक बार उत्तरी वर्जिनिया में कुछ युवक भ्रमण के लिए पहुंचे। भ्रमण करते-करते एक जगह जब वे भोजन करने के लिए बैठे तो उन्हें किसी स्त्री के रोने की आवाज सुनाई दी। वह जोर-जोर से कह रही थी, मुझे छोड़ दो, मुझे छोड़ दो।
एक कंपनी को एक योग्य व्यक्ति की तलाश थी। इसके लिए अखबारों में विज्ञापन दिया गया। पचास लोग साक्षात्कार देने आए। साक्षात्कार लेने के लिए खुद कंपनी का मालिक अपने एक मित्र के साथ बैठा।
आधी छुट्टी की घंटी बजी तो बच्चे अपना अपना बस्ता उठा कर पार्क की ओर भागे। कुछ स्कूल कैन्टीन में चले गए। इन बच्चोें में एक बच्चा ऐसा भी था, जो सबसे अलग जा रहा था। जब वह खाना नहीं लाता था।