Jungle Story: छुटकी गिलहरी
Web Stories: एक थी गिलहरी, बहुत छोटी सी। मां उसे प्यार से छुटकी कहती थी। छुटकी दिनभर अपने कोटर में उछल-कूद मचाती थी। मां गिलहरी जब भी दाना-दुना लेने कोटर से बाहर जाती,
Web Stories: एक थी गिलहरी, बहुत छोटी सी। मां उसे प्यार से छुटकी कहती थी। छुटकी दिनभर अपने कोटर में उछल-कूद मचाती थी। मां गिलहरी जब भी दाना-दुना लेने कोटर से बाहर जाती,
Web Stories यह कहानी एक मनुष्य, उसके कुत्ते और सुअर की है। मनुष्य दोनों से काम की अपेक्षा करता है, लेकिन कुत्ता चालाकी से सुअर के मेहनती काम को अपने नाम कर लेता है। सुअर की मेहनत पर कुत्ते के पैरों के निशान छा जाते हैं
यह कहानी एक मनुष्य, उसके कुत्ते और सुअर की है। मनुष्य दोनों से काम की अपेक्षा करता है, लेकिन कुत्ता चालाकी से सुअर के मेहनती काम को अपने नाम कर लेता है। यह कहानी मेहनत, चालाकी और न्याय की गहरी सीख देती है।
Web Stories: किसी गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। ब्राह्मण गरीब होते हुए भी सच्चा और इमानदार था। परमात्मा में आस्था रखने वाला था। वह रोज़ सवेरे उठ कर गंगा में नहाने
Web Stories: किसी गांव में धनीराम नाम का एक किसान रहता था। बह 50 बीघा जमीन का मालिक था। उसका एक खेत मुख्य सड़क के किनारे पर था। उस खेत की फसल की रखवाली वह स्वयं करता था।
Web Stories: बहुत पुरानी बात है। हमारे गांव में एक सज्जन रहते थे, नाम था उनका मुंशी सजधज लाल, जैसा नाम था, वैसा ही काम भी था, मुंशी जी घर से बाहर जब भी निकलते, तब रेशमी
Web Stories: पहले मेरी हल्दी-धनिया तथा अन्य मसालों की दुकान थी। हल्दी नाक में घुसती थी, मिर्च आंखों को जलाती रहती थी और मैं सदा दुखी रहता था। आमदनी भी कुछ खास नहीं थी।