बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: जो चाहोगे सो पाओगे
Web Stories: एक साधु थे, वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करते थे, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे”। बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर कोई भी उसकी बात पर
Web Stories: एक साधु थे, वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करते थे, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे”। बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर कोई भी उसकी बात पर
Web Stories: एक पिता अपने काम से घर देर से पहुंचे। वह बहुत थके हुए और चिड़चिड़े हो रहे थे। जब वह घर पहुंचे तो उनका पांच साल का बेटा उनका इंतजार कर रहा था।
Web Stories: कॉलेज में आज बड़ी चहल पहल थी चारों तरफ हंगामा था, सब एक दूसरे से बढ़-चढ़ कर सज संवर कर आये थे। आते भी क्यों ना? आज के दिन का तो वह बहुत दिनों से इन्तजार
Web Stories: एक बार राजा मान सिंह ने राज्य में अंधे लोगों को भीख देने का फैसला किया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई अंधा व्यक्ति भीख लेने से छूट न जाए।
Web Stories: कीर्ति, नेहा, सोनू, प्रिया और उनकी क्लास के बाकी साथी आज बहुत खुश थे, गर्मियों की छुट्टियों के बाद अभी स्कूल को खुले कुछ ही दिन हुए थे।
Web Stories: यह बाल कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो ज्योतिषी (astrologer) की भविष्यवाणी (prediction) से डरकर खुद को कमरे में बंद कर लेता है। मगर नियति (destiny) को कोई
यह बाल कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो ज्योतिषी (astrologer) की भविष्यवाणी (prediction) से डरकर खुद को कमरे में बंद कर लेता है। मगर नियति (destiny) को कोई नहीं टाल सकता।