सर्दियों में स्कूल जाने वाले बच्चों की देखभाल कैसे करें?
Web Stories सर्दियों का मौसम आते ही ठंडी हवाएं और गिरता तापमान बच्चों की सेहत के लिए चुनौती बन जाता है। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए इस समय विशेष देखभाल की जरूरत
Web Stories सर्दियों का मौसम आते ही ठंडी हवाएं और गिरता तापमान बच्चों की सेहत के लिए चुनौती बन जाता है। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए इस समय विशेष देखभाल की जरूरत
सर्दियों का मौसम आते ही ठंडी हवाएं और गिरता तापमान बच्चों की सेहत के लिए चुनौती बन जाता है। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए इस समय विशेष देखभाल की जरूरत होती है
जैसा कि आपको मालूम है दोस्तों कि मई के गर्म महीने की शुरुआत हो चुकी है। इस मौसम में बीमारियों से बचने और बॉडी को हाइड्रेट करने की बड़ी चुनौती होती है।
बुखार शरीर के तापमान में अस्थायी वृद्धि है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की समग्र प्रतिक्रिया का एक हिस्सा है। बुखार आमतौर पर संक्रमण के कारण होता है। अधिकांश बच्चों और वयस्कों के लिए, बुखार असुविधाजनक हो सकता है।
पिछली बार हमने आपको फर्स्ट एड किट के कुछ सुझाव दिये थे, इस बार कुछ और सुझाव लेकर हम हाजिर हैं। इससे आप घर पर होने वाली एमरजेंसी या फिर यात्रा के दौरान हुई किसी घटना के वक्त इस्तेमाल कर सकते हैं।
सड़क पर बिक रहे कटे हुए फल और गन्ने के रस का सेवन रोग का कारण बन सकता है। अपेय जल से बनाये गए बर्फ का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए।बाहर से ली गई वस्तुओं को खाने से पहिले उन्हें गर्म करना।
पुरूषों में 20 वर्ष की आयु तक और महिलाओं में 18 वर्ष की आयु तक शारीरिक विकास के साथ-साथ शरीर का भार भी बढ़ता रहता है। यदि 35 या 50 वर्ष की आयु के बाद शरीर के भार में वृद्धि होती है तो यह बीमारी का लक्षण है।
बादाम खाने के ढेरों फायदे और गुण आपको पता होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम खाने के बाद ठंडा पानी क्यों पीना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि खुद को स्वस्थ रखने के लिए दिन की शुरुआत ठंडा पानी, बादाम और वर्कआउट के साथ करनी चाहिए।