Health: हड्डियों को मजबूत बनायें
हड्डियाँ हमारे शरीर को संरचना प्रदान करती हैं। वयस्क मानव कंकाल 206 हड्डियों से बना होता है। इनमें खोपड़ी, रीढ़ (कशेरुक), पसलियां, हाथ और पैर की हड्डियां शामिल हैं।
हड्डियाँ हमारे शरीर को संरचना प्रदान करती हैं। वयस्क मानव कंकाल 206 हड्डियों से बना होता है। इनमें खोपड़ी, रीढ़ (कशेरुक), पसलियां, हाथ और पैर की हड्डियां शामिल हैं।
बच्चों में पानी की कमी सबसे आम गर्मियों में स्वास्थ्य चिंता का विषय है, क्योंकि बच्चे खेलने में इतने व्यस्त होते हैं कि वे पानी पीना भूल जाते हैं! उन्हें लगता है कि वे सामान्य से अधिक पानी पीते हैं, लेकिन यह उनके शरीर में जरूरी मात्रा से कम होता है। ज्यादा समस्या तब बढ़ती है जब वे नियमित रूप से बाहर खेलते हैं, जहां उन्हें बहुत पसीना आता है। पानी कि कमी के संकेतों में अत्याधिक प्यास, थकान और बहुत कम मूत्र उत्पादन शामिल हैं। ऐसी स्थितियों में, उन्हें पानी या नारियल पानी दें - ये पसीने के माध्यम से खो गए खनिजों और पानी को बहाल करने में मदद करते हैं।
Health Tips : वायरस या बैक्टीरिया (कीटाणु) मध्य कान के बीच के इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। यूस्टेशियन ट्यूब मध्य कान को गले के पीछे से जोड़ता है। जब ठंड से यूस्टेशियन ट्यूब में सूजन हो जाती है तो कीटाणु गले के पीछे से यात्रा करते हैं, जिससे कान के बीच में इन्फेक्शन होता है।
Health Tips : बच्चों को सामान्य वृद्धि और विकास प्राप्त करने के लिए मांसाहारी आहार की आवश्यकता नहीं है, शाकाहारी आहार अक्सर निम्नानुसार समूहित किए जाते हैं
बच्चों को सालों साल तंदुरूस्त और स्वस्थ रखने के लिए इन खाने के पदार्थों का इस्तेमाल करे जो आपके प्रतिरक्षी तंत्र की शक्ति को बढ़ाते है
स्पीकर और मैसेज से करे मोबाइल पर बात और मोबाइल को कान से लगातार सटा कर बात करने से रेडिएशन का खतरा हैं। इससे निकलने वाले रेडिएशन ब्रेन में मौजूद टिश्यू को डैमेज कर सकते हैं। इससे बेहतर हैं कि मोबाइल फोन से बात करने के लिए मैसेज या स्पीकर का प्रयोग करें।
आज हम आपको सर्दियों में आमतौर पर होने वाले रोगों के बारे में बताते हैं, जिससे लगभग हर बच्चा पीड़ित रहता है। कुछ उपाय अपनाकर कैसे अपने बच्चे को इससे बचाये? हम सभी बहुत खुश है कि गर्म और उमस भरा मौसम आखिरकार खत्म हो गया लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत के कई हिस्सों में कड़ाके की सर्दी रहती है। बदलते मौसम के चलते सबसे ज्यादा बच्चे परेशान होते है, जिन्हे ठण्ड जल्दी लग जाती है और उनकी मम्मियों के लिए तकलीफ बढ़ जाती है।
स्पगेटी को ज्यादातर लोग सही ढंग से नहीं खाते है। एटिकेट एक्सपर्ट डीएन गोट्समन कहती है, ‘‘स्पगेटी एक मुश्किल खाना है‘‘। आप इसे अपनी उँगलियों से नहीं खा सकते और कटोरी में इसे उठाने के लिए अपनी चम्मच को नूडल्स के झुण्ड में गोल गोल घुमाना गलत है। बल्कि आपको दो तीन नूडल्स अलग अलग करके उसे कांटे की मदद से खाना चाहिए। वह कहती है या फिर आप स्पगेटी खाये ही नहीं। अगर मेन्यू में पास्ता हो तो आप पेन्ने या फिर रैवियोली खाये