Motivational Story: ममता का जादू
छत्रपति शिवाजी एक कुशल शासक होने के साथ ही साथ अनुशासन प्रिय योद्धा भी थे। अपने किलों की सुरक्षा और सैनिक व्यवस्था के प्रति उनकी सजग दृष्टि रहती थी। उनके किलों में रायगढ़ का किला सबसे महत्वपूर्ण था।
छत्रपति शिवाजी एक कुशल शासक होने के साथ ही साथ अनुशासन प्रिय योद्धा भी थे। अपने किलों की सुरक्षा और सैनिक व्यवस्था के प्रति उनकी सजग दृष्टि रहती थी। उनके किलों में रायगढ़ का किला सबसे महत्वपूर्ण था।
मनजीत के घर में चुनमुन की मीटिंग चल रही थी कि अचानक किशोर अंकल सबको छकाते हुए वहाँ आ पहुँचे, किशोर अंकल को अपने बीच पाकर क्लब के सभी सदस्य हक्का-बक्का रह गये अतः मंटू पूछ ही बैठा- ‘अंकल, आप और यहाँ।’
कछुआ सोच रहा था जाड़ा बीतने को है, कुछ दिनों मे पानी की कमी हो जायेगी। बहुत दिन हुए कहीं सैर सपाटा भी नसीब नहीं हुआ। चलों कहीं यात्रा पर निकल जाएँ। तुरंत उसने, उत्तर की ओर पर्वतों की तलहटी में जाने का कार्यक्रम बना डाला।
रात का दूसरा पहर था। गाँव में चारों तरफ सन्नाटा था। केवल झींगुरों का स्वर सुनाई पड़ रहा था। हर रात की भांति गोविन्द लाल की दुकान के बरामदे में एक पहरेदार पहरेदारी कर रहा था। पहरेदार अंधा था।
विजय और अजय दोनों भाई कक्षा सात में पढ़ते थे। दोनों साथ साथ घर से स्कूल और स्कूल से घर आते जाते थे। विजय पढ़ने में बहुत तेज था हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आता था। विजय कमजोर छात्रों की सहायता करता था।
शोभन अपने पिता के पास गया जो काम करने के लिए निकल ही रहे थे। उसने कहा, ‘पापा, पापा’ आपके बाद जीतू चाचा मेरे सबसे प्रिय मित्र हैं।’ ‘वह ठीक है, लेकिन उन्होंने क्या किया है?’
राजा कृष्णा राय ने एक बहुत सुंदर महल बनवाया। उन्होंने अपने महल की एक दीवार पर सुंदर सुंदर चित्रकारी लगाने का फैसला किया। चित्रकारी खत्म होने के बाद चित्रकार राजा के पास गया।