Stories हिंदी प्रेरक कहानी: स्वाभिमानी युवक रामगढ़ रियासत के राजा का नाम समर सेन था। वह बहुत दयालु था। एक बार राजा समर सेन शिकार खेलने अकेले जंगल में गया। शिकार खेलते हुए वह काफी दूर निकल गया और वापस लौटते समय रास्ता भटक गया। By Lotpot 29 May 2024
Stories हिंदी मजेदार कहानी: जुगनू बाबू की पेंशन पचास वर्तष पहले का एक वाकया है, साठ वर्ष तक दफ्तर में सुख से राज करने के पश्चात् जुगनू बाबू रिटायर हुए और अपने घर में आ बैठे। पहली तारीख को उनकी पेंशन मनीआर्डर से घर पहुंचने लगी। By Lotpot 28 May 2024
Stories बच्चों की नैतिक कहानी: गुरु का आशीर्वाद बच्चों हमारी जिन्दगी में आशीर्वाद बहुत कीमती होता है। इसमें आशीष देने वालों का ढ़ेरों प्यार छिपा होता है। इसी संदर्भ में एक कहानी है कि एक बार एक गुरू घूमते-घूमते गांव पहुंचे तो लोगों ने ढेरों स्वागत किया। By Lotpot 22 May 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: मेहनत के रूपए कृष्णपुर का राजा अश्वसेन बहुत अत्याचारी था। एक बार उसने किसी निर्दोष आदमी को फांसी की सजा सुना दी। फांसी के फंदे पर लटकने के पूर्व उस आदमी ने राजा को शाप दिया, तुम निःसंतान मरोगे। By Lotpot 22 May 2024
Stories बच्चों की नैतिक कहानी: बात बहुत छोटी सी राम रतन में सोच समझ कर काम करने की बुद्धि का अभाव था। वह उतावलेपन कुछ में कुछ भी कर बैठता था। तथा फिर पछताता था। उसके मित्रों ने व उसके माता-पिता ने उसे कई बार समझाया पर उसके समझ में न आया। By Lotpot 21 May 2024
Stories हिंदी मजेदार कहानी: ज्योतिषी की भूल केवल चेहरा देखकर चरित्र बताने का दावा करने वाला एक ज्योतिषी जब यूनान के जाने माने दार्शनिक सुकरात के सामने पहुंचा तो वह अपने शिष्यों की मंडली जमाकर बैठे थे। By Lotpot 20 May 2024
Stories हिंदी मजेदार कहानी: गुमनाम है कोई आधी रात का समय था। पूरे मोहल्ले में सन्नाटा छाया हुआ था, लेकिन रामभरोसे की उस समय नींद टूटी हुई थी। आलम यह था कि गर्मियों के दिन थे और रामभरोसे अपने घर के बाहर एक पेड़ के नीचे सोये हुए थे। By Lotpot 17 May 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: असली पूजा धनिया एक गरीब बच्चा था। न उसके पास रहने को घर था और न पहनने को वस्त्र। दिन भर वह कालोनी के लोगों के छोटे-मोटे काम करता था और जो कुछ रूखा-सूखा मिलता था उसी से पेट भर लेता था। By Lotpot 16 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: केले का छिलका कितनी बार कहा है कि केले खाकर छिलके सड़क पर न फेंका कर पर तू है कि एक कान से सुनी और दूसरी कान से निकाल दी। मां ने नीटू को डांटते हुए कहा। अव्वल दर्जे का शरारती नीटू केले खाकर छिलके खिड़की से सड़क पर फेंक रहा था। By Lotpot 16 May 2024