Moral Story: आत्म बोध
टन..टन...न..न घंटी बजते ही बच्चे जल्दी जल्दी अपना अपना सामान बस्ते में ठूंस कर कक्षा से निकलने लगे। मदन ने अपनी किताबें समेटी ही थीं कि दीपक जल्दी से चलता हुआ उसके पास आया मदन जरा गणित की कॉपी दे देना।
टन..टन...न..न घंटी बजते ही बच्चे जल्दी जल्दी अपना अपना सामान बस्ते में ठूंस कर कक्षा से निकलने लगे। मदन ने अपनी किताबें समेटी ही थीं कि दीपक जल्दी से चलता हुआ उसके पास आया मदन जरा गणित की कॉपी दे देना।
जनवरी का महीना था। शहर के तमाम विद्यालयों में छात्रों एव अभिभावकों की भीड़ लगी थी। यह स्वभाविक भी था क्योंकि प्रत्येक विधालय में नये लड़कों का नामांकन शुरू हो गया था।
राजा देवराज के राज्य में जयपाल नामक एक व्यक्ति रहा करता था। वह एक सफल मूर्तिकार था, उसकी कला से प्रसन्न होकर राजा देवराज ने उसे अपने राज कारीगरों में शामिल कर लिया था।
एक समय की बात है जब कमल, कैटी और कोमल नाम की तीन सुंदर राजकुमारियाँ रहती थीं। कमल तीन साल की थी, कैटी पांच वर्ष की और कोमल 8 साल की थी। वह राजमहल में बहुत सारे सेवक, नौकर, बावर्ची और अलग अलग लोगों के साथ रहती थीं।
मीना अपनी कक्षा में सबसे मशहूर थी। हर साल उसकी कक्षा के छात्र उसे अपना पसंदीदा छात्र मानने के लिए वोट करते थे। मीना हर किसी के साथ आराम से बात करती थी और हर कोई उसके साथ रहना पसंद करता था।
एक समय की बात है एक गांव में एक बैंकर और एक भिखारी रहता था। बैंकर बहुत अमीर था और भिखारी बहुत गरीब था। तो यह निश्चित था कि अमीर आदमी भिखारी से ज़्यादा खुश होगा।
एक बार की बात है, एक चरवाहा भेड़ों के झुंड की देख रेख करता था। एक दिन वह उदास महसूस कर रहा था और उसने गांव के लोगों को पागल बनाने के बारे में एक प्लान बनाया।
एक समय की बात है एक जंगल में एक तोता रहता था। वह बहुत सुंदर था, उसकी चोंच और पंख बहुत ज़्यादा सुंदर थे। उस तोते के साथ उसका छोटा भाई भी रहता था, वह दोनों जंगल में खुशी खुशी रहते थे।
बाल कहानी : ठग व्यापारी का चाँदी का कुआँ :- बहुत दिन हुए, एक ठग व्यापारी का वेश बनाकर किसी गाँव में पहुँचा। उसने दिन भर इधर-उधर घूमकर समय बिताया। रात होने पर वह एक किसान के घर पहुंचा। वहाँ उसने अपने को राहगीर बता कर रात गुजारने के लिए जगह माँगी।