Fun Facts: रसगुल्ले की उत्पत्ति की मीठी लड़ाई
रसगुल्ले का इंवेंशन बंगाल में हुआ या ओडिशा में, इसको लेकर पुरानी बहस है। लेकिन बंगाल के लोग नाॅबिन चन्द्र दास को ही ‘रसगुल्ले का जनक’ कहते हैं। ओडिशा में इस मिठाई को पहाला के नाम से बनाया जाता है।
रसगुल्ले का इंवेंशन बंगाल में हुआ या ओडिशा में, इसको लेकर पुरानी बहस है। लेकिन बंगाल के लोग नाॅबिन चन्द्र दास को ही ‘रसगुल्ले का जनक’ कहते हैं। ओडिशा में इस मिठाई को पहाला के नाम से बनाया जाता है।
बंटी आज जब स्कूल से आया तो फिर उसने घर पर ताला देखा। घर की सीढ़ियों पर वह अपना बैग रख कर बैठ गया। उसे भूख लगी थी और वह थका हुआ भी था। वह सोचने लगा, काश मेरी माँ भी राजू की माँ की तरह ही घर पर ही होती।
किसी गांव में राम नाम का एक नवयुवक रहता था। वह बहुत मेहनती था, पर हमेशा अपने मन में एक शंका लिए रहता कि वो अपने कार्यक्षेत्र में सफल होगा या नहीं। कभी-कभी वो इसी शंका के कारण आवेश में आ जाता।
एक उच्च शिक्षा प्राप्त युवक एक बड़ी कम्पनी में नौकरी के लिये गया। वह पहले साक्षात्कार में सफल हो गया। कम्पनी के निर्देशक ने उसे अन्तिम साक्षात्कार के लिए बुलाया। युवक एक प्रतिभाशाली छात्र रहा था।
एक दिन टीटा और डोगो दोनों आपस में बातें कर रहे थे, टीटा बोल रहा था की मैं अपने स्कूल में 100 मीटर रेस में फर्स्ट आया हूँ मैं बहुत तेज़ दौड़ सकता हूँ। इसपर डोगो बोलता है की टीटा ऐसा नहीं है मैं तुमसे भी तेज़ दौड़ सकता हूँ।
एक दिन मोटू बाजार से घर लौट रहा था, तभी रास्ते में कुछ बच्चे उसकी नक़ल करने लगते हैं। यह देखकर मोटू उदास हो जाता है उसको लगता है की वे बच्चे उसका मज़ाक उड़ा रहे हैं। यही सोचते सोचते वो घर की तरफ चलता है।