Motu Patlu E-Comics: मोटू पतलू और गणेश चतुर्थी
एक दिन मोटू और पतलू बाहर घूम रहे थे तभी उनको बहुत सारे लोग लड्डू ले जाते हुए दिखाई दिए। मोटू लड्डू देख कर पतलू से पूछता है की भाई ये लोग इतने सारे लड्डू लेकर कहाँ जा रहे हैं।
एक दिन मोटू और पतलू बाहर घूम रहे थे तभी उनको बहुत सारे लोग लड्डू ले जाते हुए दिखाई दिए। मोटू लड्डू देख कर पतलू से पूछता है की भाई ये लोग इतने सारे लड्डू लेकर कहाँ जा रहे हैं।
मार्च का महीना चल रहा था, होली का त्योहार भी आने वाला था, जगह-जगह मेले और प्रदर्शिनी लगे हुए थे। मोटू और पतलू दोनों सोच रहे थे की इस बार फुरफुरी नगर में कोई भी मेला या प्रदर्शिनी नहीं लगी है।
एक दिन सुबह सुबह मोटू पतलू के घर पर डॉ. झटका और घसीटा आ गए। मोटू अख़बार पढ़ने में व्यस्त था, तभी मोटू अचानक चौंक कर बोलता है की ये देखो दोस्तों खबर छपी है की मिस्टर फरार एक बार फिर जेल से फरार हो गया है।
एक दिन मोटू घर पर बहुत उदास बैठा था तभी पतलू वहां आता है और मोटू से पूछता है की क्या हुआ भाई इतना उदास क्यों बैठा है तेरा इंस्टाग्राम उड़ गया या फेसबुक, व्हाट्सएप कुछ ब्लॉक हो गया है?
पिछली गर्मियों की बात है मोटू पतलू अपने गार्डन में टहल रहे थे, तभी उन्हें चाचा खोटु मल आते हुए दिखाई दिए। दोनों चाचा को आते देख खुश हो गए, जैसे ही चाचा जी उनके पास पहुंचे वे बोलने लगे की भतीजों बहुत जी लिया गृहस्थ जीवन।
पप्पू और मिन्नी मोटू पतलू की फिल्म किंग ऑफ़ किंग्स देख कर वापस लौट रहे थे। वे आपस मैं बातें कर रहे थे, पप्पू बोलता है की मिन्नी मोटू पतलू की मूवी तो बहुत ही मज़ेदार थी।
दिसंबर का महीना चल रहा था, ठंड भी तेज़ हो रही थी। मोटू और पतलू दोनों पार्क से धुप सेंक कर आ रहे थे मगर रास्ते में उनको कुछ बच्चे मिलते हैं और वे सारे रो रहे थे। मोटू जल्दी से उन बच्चों के पास जाता है।