बच्चों की नैतिक कहानी: बात बहुत छोटी सी
Web Stories: राम रतन में सोच समझ कर काम करने की बुद्धि का अभाव था। वह उतावलेपन कुछ में कुछ भी कर बैठता था। तथा फिर पछताता था। उसके मित्रों ने व उसके माता-पिता ने उसे कई
Web Stories: राम रतन में सोच समझ कर काम करने की बुद्धि का अभाव था। वह उतावलेपन कुछ में कुछ भी कर बैठता था। तथा फिर पछताता था। उसके मित्रों ने व उसके माता-पिता ने उसे कई
Web Stories: एक महर्षि थे। उनकी काफी ख्याति थी। कृष्णा नदी के किनारे उनका आश्रम था, जहां कई शिष्य रहकर विद्याध्ययन करते थे। एक दिन महर्षि ने अपने एक शिष्य से कहा, निकट
Web Stories: आज श्वेता के होठों पर कई सप्ताह बाद मुस्कान फूटी थी। उसकी मुस्कान व खिले हुए चेहरे को देख उसके माता-पिता भी अत्यन्त प्रसन्न थे। पिछले, कई सप्ताह से
Web Stories : दोस्तों यूं तो इस घटना को बीते अनेक साल हो चुके हैं लेकिन हर साल इम्तिहान का मौसम आते ही यह घटना याद आ जाती है और मन लोटपोट हो जाता है। उस स्कूल में जब
Web Stories एक जंगल की मजेदार कहानी : जंगल में चतुराई और होशियारी ही सबसे बड़ी ताकत होती है। जो जितना समझदार होता है, वह उतना ही सुरक्षित रहता है। यह कहानी है मैना (Myna) की चतुराई की और जंगल में अपनी पहचान बनाई।
एक जंगल की मजेदार कहानी : जंगल में चतुराई और होशियारी ही सबसे बड़ी ताकत होती है। जो जितना समझदार होता है, वह उतना ही सुरक्षित रहता है। यह कहानी है मैना (Myna) की चतुराई की, जिसने अपनी बुद्धिमत्ता और जंगल में अपनी पहचान बनाई।
बंटी! चलो खाना खालो! अन्दर रसोई से मां ने बंटी को आवाज लगाई। नहीं, मैं खाना नहीं खाऊंगा बंटी ने अपने कमरे से ही मुंह फुलाए उत्तर दिया। क्यों! क्यों नहीं खाओगे?