Stories Moral Story: मूर्ख लड़का माधव गरीब था, मगर वह मेहनती लकड़हारा था। वह राजगृह के साम्राज्य के पास एक गांव में रहता था। उसे काम करते हुए गाना गाने की आदत थी। उसका एक बेटा था, जिसका नाम किशन था। By Lotpot 03 Dec 2023
Stories Fun Story: जुड़वा बच्चों का तोहफा शैल और शीला के नाम मिलते-जुलते से थे। इसलिए नहीं की उनकी राशि एक थी बल्कि इसलिए कि वे जुड़वा थे उनमें अन्य भाई बहनों की तरह झगड़े नहीं होते थे। वे अच्छे दोस्तों की तरह रहते थे। By Lotpot 03 Dec 2023
Stories Jungle Story: जैसी करनी वैसी भरनी मनोहारी वन में एक बड़ा तालाब था। उस तालाब के किनारे एक दुर्बुद्धी नामक बगुला रहता था। वह बूढ़ा था इसलिये असमर्थ था। बूढ़ा होने पर अधिक मछलियाँ नहीं पकड़ सकता था। By Lotpot 02 Dec 2023
Stories Moral Story: चिन्ता का कारण न जाने क्यों अचानक सम्राट की नींद उड़ गई। वे अपने शयनकक्ष से बाहर निकल आये। चारों ओर सन्नाटा था। अभी पहरेदार ने बारह घंटे बजाये थे। महल के एक ओर बैठक में दीपक जल रहा था। By Lotpot 02 Dec 2023
Stories Jungle Story: दूसरे का हक बहुत पहले की बात है। चंपक वन में भाँति-भाँति प्रकार के पौधे थे। इस वन में पक्षीराज गरूड़ रहा करते थे। वे बड़ी पारखी नजर रखते थे। पंछियों के गुण दोष वे एक नजर मे ही परख लिया करते। By Lotpot 02 Dec 2023
Stories Fun Story: अक्लमंद बुढ़िया शहर से बाहर एक बुढ़िया का बहु मंजिला मकान था उस मकान में बुढ़िया अकेले नीचे वाले फ्लोर पर रहती थी एक रात एक चोर उसके घर में घुसा। खटपट से बुढिया की आंख खुल गई। By Lotpot 01 Dec 2023
Stories Fun Story: नकली हार राजा चंद्रपाल सिंह राज दरबार में चिंतित बैठे थे। राज्य में चोरी-डकैती का नामोनिशान तक नहीं था। लेकिन इधर कुछ दिनों से उन्हें राज्य में बराबर चोरी होने की खबरें मिल रही थीं। By Lotpot 29 Nov 2023
Stories Jungle Story: सौन्दर्य प्रतियोगिता दीवाली पर जंगल में सौन्दर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसीलिए तो सभी जानवरों ने इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए जान लगा दी थी। दीवाली के आने से पहले ही पूरे जंगल में चहल-पहल बढ़ गई थी। By Lotpot 28 Nov 2023
Stories Fun Story: आग उगलने वाले नेत्र वह सोलह वर्षीय किशोर उन दिनों दाँतों के असह्य दर्द से बुरी तरह छटपटा रहा था। उच्च माध्यमिक विद्यालय स्तर के स्कूल में पढ़ने वाला यह मेघावी छात्र बेन, को दाँतों की पीडा से राहत पाने की गरज से पूछा तुम्हें किस नाम से पुकारते हैं, भैया? By Lotpot 28 Nov 2023