बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: जो चाहोगे सो पाओगे एक साधु थे, वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करते थे, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे”। बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर कोई भी उसकी बात पर ध्यान नहीं देता था और सब उसे एक पागल आदमी समझते थे। By Lotpot 07 May 2024 in Stories Moral Stories New Update जो चाहोगे सो पाओगे Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: जो चाहोगे सो पाओगे:- एक साधु थे, वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करते थे, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे”। बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर कोई भी उसकी बात पर ध्यान नहीं देता था और सब उसे एक पागल आदमी समझते थे। (Moral Stories | Stories) एक दिन एक युवक वहाँ से गुजरा और उसने उस साधु की आवाज सुनी, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे” और आवाज सुनते ही... एक दिन एक युवक वहाँ से गुजरा और उसने उस साधु की आवाज सुनी, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे” और आवाज सुनते ही उसके पास चला गया। उसने साधु से पूछा- “महाराज, आप बोल रहे थे कि ‘जो चाहोगे सो पाओगे’ तो क्या आप मुझको वो दे सकते हो जो मैं चाहता हूँ?” साधु उसकी बात को सुनकर बोले– “हाँ बेटा तु जो कुछ भी चाहता है मैं उसे जरुर दूंगा, बस तुम्हें मेरी बात माननी होगी। लेकिन पहले ये तो बताओ कि तुम्हें आखिर चाहिये क्या?” (Moral Stories | Stories) युवक बोला, “मेरी एक ही ख्वाहिश है मैं हीरों का बहुत बड़ा व्यापारी बनना चाहता हूँ”। साधू बोले, “कोई बात नहीं मैं तुम्हे एक हीरा और एक मोती देता हूँ, उससे तुम जितने भी हीरे मोती बनाना चाहोगे बना पाओगे”। और ऐसा कहते हुए साधु ने अपने हाथ से आदमी की हथेली पर हीरा रखते हुए कहा, “पुत्र, मैं तुम्हें दुनिया का सबसे अनमोल हीरा दे रहा हूं, लोग इसे ‘समय’ कहते हैं, इसे तेजी से अपनी मुट्ठी में पकड़ लो और इसे कभी मत गंवाना, तुम इससे जितने चाहो उतने हीरे बना सकते हो”। (Moral Stories | Stories) युवक अभी कुछ सोच ही रहा था कि साधु उसका दूसरी हथेली पकड़ते हुए बोले, “पुत्र, इसे पकड़ो, यह दुनिया का सबसे कीमती मोती है, लोग इसे “धैर्य” कहते हैं, जब कभी समय देने के बावजूद परिणाम ना मिलें तो इस कीमती मोती को धारण कर लेना, याद रखना जिसके पास यह मोती है, वह दुनिया में कुछ भी प्राप्त कर सकता है। युवक गम्भीरता से साधु की बातों पर विचार करता है और निश्चय करता है कि “आज से वह कभी अपना समय बर्बाद नहीं करेगा और हमेशा धैर्य से काम लेगा”। और ऐसा सोचकर उसने हीरों के एक बहुत बड़े व्यापारी के यहाँ काम शुरू कर दिया और अपनी मेहनत और ईमानदारी के बल पर एक दिन खुद भी हीरों का बहुत बड़ा व्यापारी बन गया। अब वह समझ चुका था कि ‘समय’ और ‘धैर्य’ वह दो हीरे-मोती हैं जिनके बल पर बड़े से बड़ा लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। (Moral Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | Best Hindi Bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | bal kahani | Hindi Bal Kahani | Bal Kahaniyan | Moral Hindi Kahani | Hindi kahaniyan | Hindi Kahani | short moral story | kids short stories | kids hindi short stories | short moral stories | short stories | Short Hindi Stories | hindi short Stories | Kids Hindi Moral Stories | hindi moral stories for kids | Hindi Moral Stories | Hindi Moral Story | Kids Stories | kids hindi stories | Moral Hindi Stories | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | बाल कहानियां | हिंदी बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानी | बाल कहानी | बच्चों की हिंदी कहानियाँ | बच्चों की नैतिक कहानी | बच्चों की कहानी | नैतिक कहानियाँ | छोटी नैतिक कहानी | छोटी नैतिक कहानियाँ | छोटी कहानी | छोटी कहानियाँ | छोटी हिंदी कहानी | बच्चों की नैतिक कहानियाँ यह भी पढ़ें:- Moral Story: सच्चा दान Moral Story: गुणीराम Moral Story: प्रायश्चित Moral Story: अंगूठी की कीमत #Hindi Kahani #बच्चों की कहानी #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Hindi kahaniyan #Bal Kahaniyan #Hindi Moral Stories #Moral Hindi Kahani #Hindi Bal Kahani #Moral Hindi Stories #Kids Stories #बच्चों की नैतिक कहानियाँ #Hindi Moral Story #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी #Kids Hindi Moral Stories #hindi short Stories #Short Hindi Stories #short stories #kids hindi stories #छोटी कहानियाँ #छोटी कहानी #short moral stories #Hindi Bal Kahaniyan #Best Hindi Bal kahani #बाल कहानियां #kids hindi short stories #लोटपोट ई-कॉमिक्स #हिंदी बाल कहानियाँ #hindi moral stories for kids #kids short stories #छोटी नैतिक कहानियाँ #नैतिक कहानियाँ #बच्चों की हिंदी कहानियाँ #short moral story #छोटी नैतिक कहानी #बच्चों की नैतिक कहानी #नैतिक कहानी You May Also like Read the Next Article