Stories बच्चों की हिंदी जंगल कहानी: भालू भाई क्यों पूंछ गंवाई बहुत समय पहले भालू की लंबी एवं चमकदार पूंछ हुआ करती थी। भालू को इस पर बड़ा घमंड था। वह सभी से पूछता था कि आज मेरी पूंछ कैसी लग रही है? अब कोई भालू से पंगा लेता क्या भला? By Lotpot 08 May 2024
Stories बच्चों की प्रेरक कहानी: समझदारी का पुल एक बेहद समझदार व्यक्ति था, जिसे घूमने का बहुत शौक था। एक दिन वह घूमते घूमते एक ऐसे राज्य में चला गया जहां पर राजा को ढूंढने की तैयारी चल रही थी और इसका जिम्मा एक हाथी को सौंपा गया था। By Lotpot 07 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: जो चाहोगे सो पाओगे एक साधु थे, वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करते थे, “जो चाहोगे सो पाओगे, जो चाहोगे सो पाओगे”। बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर कोई भी उसकी बात पर ध्यान नहीं देता था और सब उसे एक पागल आदमी समझते थे। By Lotpot 07 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी: मामूली सा पत्थर एक किसान था, वह एक बड़े से खेत में खेती किया करता था। उस खेत के बीचों-बीच पत्थर का एक हिस्सा ज़मीन से ऊपर निकला हुआ था जिससे ठोकर खाकर वह कई बार गिर चुका था। By Lotpot 06 May 2024
Stories बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: बैल और कुत्ते एक गांव में एक किसान रहता था। उसके पास दो बैल और दो कुत्ते भी थे। एक बार उसे किसी काम से गांव से बाहर जाना था और उसकी समस्या यह थी कि खेत जोतने का भी समय हो गया था। By Lotpot 06 May 2024
Stories Moral Story: क्या आपका ज्ञान सामान्य है कुछ दिनों पहले की बात है। दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला मेरा बेटा अपने कुछ दोस्तों के साथ सामान्य ज्ञान पर बातें कर रहा था। जहां सारे लड़के खूब बढ़-चढ़ कर अपना सामान्य-ज्ञान बहार रहे थे, वहीं एक ऐसा लड़का भी था जो चुपचाप बैठा हुआ था। By Lotpot 04 May 2024
Stories Fun Story: सच्चा मित्र हल्की बूंदा-बांदी हो रही थी। काली घटाएं पूरी तरह छा गई थीं। मेढ़क आनंद से उछल-कूद रहे थे। प्रयोगशाला में जीवविज्ञान के विद्यार्थियों को मेढ़क के बाहय एवं आंतरिक भाग की ठोस जानकारी देने के लिए अध्यापक ने एक मेढ़क मंगवाया। By Lotpot 04 May 2024
Stories Moral Story: सुरेश का अप्रैल फूल अप्रैल की पहली तारीख थी। सुरेश सुबह-सुबह सो कर उठने पर आज जल्दी ही नहा-धोकर चाय-नाश्ता कर तैयार हो गया था। वह सोच रहा था कि अप्रैल की पहली तारीख को किसी का बेवकूफ न बनाया जाये, तो अप्रैल फूल वाले दिन का महत्व ही क्या रहा? By Lotpot 03 May 2024
Stories Moral Story: नासमझ चुन्नू चुन्नू एक छोटा सा बालक था। वह बहुत ही प्यारा भी था। चुन्नू अपने मम्मी पापा का इकलौता बेटा था। घर में उन तीनों के अलावा और कोई न था, सिवाय उनके घर में काम करने वाली बाई कान्ता के। By Lotpot 03 May 2024