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Hindi Bal Kavita A to Anaar , Aa to Aam
इस कविता "अ से अनार, आ से आम" में हिंदी वर्णमाला के अक्षरों को बच्चों के लिए सरल और मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। प्रत्येक पंक्ति में एक अक्षर के साथ उससे जुड़ा एक शब्द है जो बच्चों को उस अक्षर की पहचान करने में मदद करता है। उदाहरण के लिए, 'अ से अनार' और 'आ से आम' बच्चों को इन फलों के नामों के माध्यम से अक्षर 'अ' और 'आ' से परिचित कराते हैं। इसी तरह, 'इ से इमली' और 'ई से ईख' जैसे शब्द उन अक्षरों को और अधिक आकर्षक बनाते हैं।
कविता का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को मजेदार बनाना है, जिससे बच्चे न केवल अक्षरों को सीखें, बल्कि उन्हें उपयोगी और रोचक शब्दों से जोड़ सकें। 'ओ से ओखली', और 'औ से औज़ार' जैसे शब्दों के माध्यम से बच्चों को रसोई और कार्यशाला के औजारों से परिचित कराया जाता है। इस प्रकार, कविता भाषा शिक्षण के साथ-साथ दैनिक जीवन की वस्तुओं की जानकारी भी प्रदान करती है।
कविता का समापन 'अं से अंगूर' और 'अः है खाली' जैसी पंक्तियों के साथ होता है जो बच्चों को हिंदी व्यंजनमाला के विशेष चिह्नों से भी परिचित कराती हैं। कविता के इस तरीके से बच्चों को भाषा की बुनियादी बातें सीखने में मदद मिलती है, साथ ही वे खुशी-खुशी और उत्साह के साथ इसे स्वीकार करते हैं।
अ से अनार, आ से आम,
अपना तो है पढ़ना काम।
इ से इमली, ई से ईख,
मुन्ने राजा कुछ तो सीख।
उ से उल्लू, ऊ से ऊन,
मई के बाद आएगा जून।
ऋ से ऋतु, ॠ से ऋषि,
कृषक कर रहा है कृषि।
ए से एड़ी, ऐ से ऐनक,
पढ़ो लिखो, खूब करो मेहनत।
ओ से ओखली, औ से औज़ार,
जान गए हम, स्वर-संसार।
अं से अंगूर, अः है खाली,
बच्चो बजाओ मिलकर ताली।