कविता - माँ का अनमोल प्यार: - यह कविता माँ और बच्चे के रिश्ते की मधुरता और गहराई को व्यक्त करती है। यह छोटे बच्चे की मासूम भावनाओं को दर्शाती है, जो अपनी माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। बच्चे के नजरिए से माँ हर समस्या का समाधान है। चाहे भूख हो, गंदगी हो, या कोई परेशानी, माँ हर वक्त उसके साथ खड़ी रहती है। जब बच्चा रोता है, तो माँ उसे चुप कराती है; जब वह गंदा होता है, तो माँ उसे नहलाती है। कविता यह भी बताती है कि माँ बच्चे की सबसे करीबी दोस्त होती है, जो हर परिस्थिति में उसका साथ देती है। यह कविता सरल और भावनात्मक है, जो हर पाठक के दिल को छू जाती है। यह माँ के निस्वार्थ प्रेम और उसकी भूमिका को उजागर करती है, जो बच्चे के जीवन को खुशहाल बनाती है। कविता में एक मासूमियत है, जो इसे बच्चों के लिए और भी खास बनाती है। कविता: माँ तू कितनी अच्छी है,मेरा सब कुछ करती है।भूख मुझे जब लगती है,खाना मुझे खिलाती है। जब मैं गंदा होता हूँ,रोज़ मुझे नहलाती है।जब मैं रोने लगता हूँ,चुप तू मुझे कराती है। माँ मेरे मित्रों में सबसे,पहले तू ही आती है। और पढ़ें : आम की टोकरी - हिंदी कहानी सर्दी पर बाल कविता - "जाड़ा" प्रेम-प्रीत हो सबकी भाषा बाल कविता : जनवरी की सर्दी