बाल कविता : हाथी का गुस्सा
इस कविता में एक मजेदार कहानी है एक बड़े हाथी और होटल के एक छोटे वेटर की। हाथी बड़े शौक से होटल में चाय पीने आता है, और उसकी उम्मीद होती है कि उसे अच्छी-सी चाय मिलेगी। जैसे ही हाथी चाय का ऑर्डर देता है
इस कविता में एक मजेदार कहानी है एक बड़े हाथी और होटल के एक छोटे वेटर की। हाथी बड़े शौक से होटल में चाय पीने आता है, और उसकी उम्मीद होती है कि उसे अच्छी-सी चाय मिलेगी। जैसे ही हाथी चाय का ऑर्डर देता है
दिवाली कविता- यह कविता बच्चों को दिवाली के त्योहार का महत्व समझाने के लिए लिखी गई है। दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है।
इस कविता "ओ सूरज भैया!" में कवि शिवनारायण सिंह ने गर्मी के मौसम का चित्रण किया है, जिसमें सूरज की तेज़ धूप से लोग व्याकुल हो रहे हैं। सूरज की गर्मी इतनी बढ़ गई है कि प्यास बढ़ती जा रही है और पानी दूर कहीं नजर नहीं आता।
यह कविता माँ के अद्वितीय प्रेम, त्याग और उसकी ममता को समर्पित है। माँ की दुआओं और आशीर्वाद के बिना जीवन अधूरा है। माँ हर मुश्किल समय में बच्चों के साथ खड़ी रहती है,
Hindi Kavita : मेरी पुस्तक कहे कहानी : इस कविता में एक बच्ची अपनी प्रिय पुस्तक के बारे में बता रही है। वह पुस्तक को अपनी रंग-बिरंगी और सतरंगी दोस्त मानती है, जो उसे कहानियाँ सुनाती है
यह कविता चुहिया की खरीदारी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो बाजार में जाकर अपने पसंदीदा सामान देखने की कोशिश करती है। जब उसे कीमत का पता चलता है, तो उसके सारे सपने चूर-चूर हो जाते हैं।
एक-एक कदम आगे बढ़ाओ - यह कविता बच्चों को प्रेरित करती है कि छोटे-छोटे प्रयासों का बड़ा महत्व होता है। यदि हम एक-एक पेड़, ईट या पैसा जोड़ते हैं, तो हम बड़े लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।