Jungle Story : राजा बनने का सपना
यह कहानी एक सियार और भेड़िये की है, जो जंगल के राजा बनने का सपना देखते हैं। वे सोचते हैं कि अगर वे राजा बन गए, तो वे अन्य प्राणियों पर हुक्म चला सकेंगे। लेकिन जंगल का असली राजा शेरसिंह होता है।
यह कहानी एक सियार और भेड़िये की है, जो जंगल के राजा बनने का सपना देखते हैं। वे सोचते हैं कि अगर वे राजा बन गए, तो वे अन्य प्राणियों पर हुक्म चला सकेंगे। लेकिन जंगल का असली राजा शेरसिंह होता है।
जंगल की अनसुनी कहानी : एक बार की बात है, घने जंगल में एक विशालकाय हाथी रहता था। वह जंगल का सबसे बड़ा और ताकतवर जानवर था। उसकी विशालता के कारण बाकी जानवर उससे डरते थे
जंगल के किनारे ऊंचे पेड़ पर कौआ अपना घोंसला बना रहा था। बनाते बनाते कौए को यह लगा कि अभी कुछ कमी है। उसने घोंसले के बीच में कुछ सूखी घास रख दी और खाली स्थानो को भी भर दिया।
जंगल में दो प्रकार के जानवर थे। शेर-चीता आदि मासांहारी थे, हिरण, नीलगाय, खरगोश, कछुआ आदि शाकाहारी वन्य प्राणी थे। दोनों वर्गों के प्राणी एक दूसरे से अलग अलग रहते थे।
दीपावली के चार दिन रह गए थे लोटपोट के सभी बच्चों में उत्साह था। सबको अपने अपने घर से आतिशबाजी खरीदने के लिए पैसे मिल चुके थे। वीनू और टीनू को भी।
एक घने वन में एक हरीश नामक हिरण और कालू कौआ दोनों रहते थे, दोनों में गहरी दोस्ती थी कालू कौआ सुबह उठकर ऊंचा उड़ता और हरी भरी घास का पता लगाता।
हाथी दादा की दुकान पर जिराफ काका पहुंचे। यह बाल्टी कितने की है? जिराफ काका ने एक बड़ी बाल्टी को उलट पुलट कर पूछा, दो सौ रूपये की है। हाथी दादा ने कहा, बहुत मजबूत है।