Stories Fun Story: गोटू और मोटू गोटू और मोटू जोकर थे। और वे डंबो सर्कस में काम करते थे। वे दोनों अच्छे मित्र थे। गोटू बहुत लंबा और पतला था, जबकि मोटू छोटा व मोटा था। एक दिन गोटू और मोटू सर्कस में करतब दिखा रहे थे। By Lotpot 29 Feb 2024
Stories Fun Story: ऐसे रंगे रामगुनी पंडित रामगुनी को होली के रसरंग से सख्त नफरत थी। वे इसे गंवारों का त्यौहार मानकर इससे कोसों दूर रहते। इस दिन सुबह से ही बैठक के भारी भरकम दरवाजे की कुंडी चढ़ाकर आराम से लेट जाते फिर किसकी औकात। By Lotpot 23 Feb 2024
Stories Fun Story: कंस और पूतना की कथा कंस ने मथुरा के राजा वासुदेव से उनका राज्य छीनकर अपने अधीन कर लिया स्वयं शासक बनकर आत्याचार करने लगा। एक भविष्यवाणी द्वारा उसे पता चला कि वासुदेव और देवकी का आठवाँ पुत्र उसके विनाश का कारण होगा। By Lotpot 23 Feb 2024
Stories Fun Story: सच और झूठ बहुत पुरानी बात है। एक था बादशाह बड़ा अकडू अपने आगे किसी को कुछ न समझने वाला। दूसरों को नीचा दिखाने में उसको बड़ा मजा आता था। अक्सर उसको कोई न कोई झक सवार हो जाया करती थी। By Lotpot 17 Feb 2024
Stories Fun Story: घास की गुड़िया एक राजा के बारह बेटे थे। जब वे जवान हुए तो राजा ने उनसे कहा, 'जिस लड़की को तुम पसंद करोगे, उसी से तुम्हारी शादी कर दी जाएगी, लेकिन एक शर्त है। उस लड़की को एक दिन में सूत कात कर कपड़ा बुनना और कमीज सीना आता हो'। By Lotpot 16 Feb 2024
Stories Fun Story: काम का अहसास एक मनुष्य ने दो जानवर रखे हुए थे एक कुत्ता और एक सुअर। उस मनुष्य ने कुत्ते और सुअर को बोला कि वह दोनों उसके काम में उसकी मदद करेंगे। लेकिन मनुष्य को बहुत दुख हुआ। कुत्ता और सुअर सिर्फ खाते ही रहते थे। By Lotpot 14 Feb 2024
Stories Fun Story: हीरालाल की कहानी हीरालाल महज दस वर्ष का था जब उसके माता पिता का देहांत हो गया था। एक दिन उसके माता पिता खेतों में काम कर रहे थे तो बिजली की चपेट में आ गए थे। वह एक ज़मींदार के लिए काम करते थे। By Lotpot 14 Feb 2024
Stories Fun Story: आत्मा की आवाज किसी गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। ब्राह्मण गरीब होते हुए भी सच्चा और इमानदार था। परमात्मा में आस्था रखने वाला था। वह रोज़ सवेरे उठ कर गंगा में नहाने जाया करता था। नहा धो कर पूजा पाठ किया करता था। By Lotpot 06 Feb 2024
Stories Fun Story: सबसे कीमती वस्तु एक बार महाराज कृष्णदेव पड़ोस के राज्य पर जीत हासिल करके विजयनगर लौटे, अपनी इस जीत को यादगार बनाने के लिए महाराज कृष्णदेव के मन में विचार आया कि क्यों न नगर में विजय स्तंभ बनवाया जाए। By Lotpot 05 Feb 2024