जंगल की कहानी - बबलू बंदर का पछतावा
लोटपोट जंगल वन में एक मोरी नाम का एक सुंदर मोर और बबलू नाम का एक मज़ेदार बंदर था। वे बचपन से ही दोस्त थे, लेकिन वे एक-दूसरे से बहुत अलग थे। मोरी को नाचना और अपने रंग-बिरंगे पंख दिखाना बहुत पसंद था
लोटपोट जंगल वन में एक मोरी नाम का एक सुंदर मोर और बबलू नाम का एक मज़ेदार बंदर था। वे बचपन से ही दोस्त थे, लेकिन वे एक-दूसरे से बहुत अलग थे। मोरी को नाचना और अपने रंग-बिरंगे पंख दिखाना बहुत पसंद था
एक समय की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक कुंआ था। इस कुएं के पास एक बकरी और एक लोमड़ी अक्सर मिलते-जुलते थे। बकरी का नाम था पिंकी और लोमड़ी का नाम था मीरा।
जंगल के एक हरे-भरे इलाके में खरगोश चिंटू और बंदर मोंटी रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और अक्सर मिलकर खेला करते थे। एक दिन चिंटू ने कहा, "मोंटी, क्यों न आज हम जंगल की गहरी जगह पर जाएँ और वहां कुछ नया खोजें?"
बहुत समय पहले की बात है, एक हरा-भरा जंगल था जिसमें सभी जानवर खुशी-खुशी रहते थे। इस जंगल में एक युवा हाथी, मोती, रहता था। मोती बहुत मजबूत और बुद्धिमान था
यह कहानी जंगल के दो जानवरों, गर्वीले शेर और विनम्र हाथी के बीच के संघर्ष को दर्शाती है। इस कहानी में अहंकार और विनम्रता के बीच की लड़ाई के माध्यम से बच्चों को विनम्रता का महत्व समझाया जाता है।
एक बार की बात है, घने जंगल में एक छोटा सा हिरण था जिसका नाम था चंचल। चंचल हमेशा खेलने और उछलने में मस्त रहता था। एक दिन, वह जंगल में अपने दोस्तों के साथ छिपा-छिपी खेल रहा था।
जंगल के अंदर गहरी हरियाली के बीच, चीकू नाम का एक चतुर और नटखट खरगोश रहता था। चीकू अपनी बुद्धिमानी के लिए पूरे जंगल में मशहूर था। हर कोई उसकी चालाकी और सूझबूझ का कायल था।