चार चने की मस्ती भरी कविता
यह कविता चार चनों की मस्ती भरी कहानी है, जिसमें हर चने को अलग-अलग जानवरों को खिलाया जाता है। तोता गाने लगता है, घोड़ा दौड़ने लगता है, हाथी सूंड हिलाता है, बंदर करतब दिखाता है
यह कविता चार चनों की मस्ती भरी कहानी है, जिसमें हर चने को अलग-अलग जानवरों को खिलाया जाता है। तोता गाने लगता है, घोड़ा दौड़ने लगता है, हाथी सूंड हिलाता है, बंदर करतब दिखाता है
यह कविता बच्चों के लिए हाथी के जीवन और उसकी आदतों को सरल और मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत करती है। हाथी, जो एक विशालकाय और शांत जीव है, कविता में अपने भारी-भरकम कदमों के साथ “धम्मक-धम्मक” करता हुआ आता और जाता है।
घोड़ा- यह कविता "घोड़ा" की शक्ति, साहस और हौसले को दर्शाती है। घोड़ा सिर्फ एक जानवर नहीं है, बल्कि मेहनत, निष्ठा और धैर्य का प्रतीक है। घोड़ा अपने मालिक का सबसे वफादार साथी होता है
इस हिंदी कविता में सूरज की किरणों का मनोरंजक वर्णन किया गया है। कविता में सूरज की किरणों द्वारा लाई गई गर्माहट और आनंद का जश्न मनाया गया है। इस कविता में जीवन पर प्रकृति के चमकीले प्रभाव का वर्णन किया गया है।