Stories Moral Story: चिन्ता का कारण न जाने क्यों अचानक सम्राट की नींद उड़ गई। वे अपने शयनकक्ष से बाहर निकल आये। चारों ओर सन्नाटा था। अभी पहरेदार ने बारह घंटे बजाये थे। महल के एक ओर बैठक में दीपक जल रहा था। By Lotpot 02 Dec 2023
Stories Jungle Story: दूसरे का हक बहुत पहले की बात है। चंपक वन में भाँति-भाँति प्रकार के पौधे थे। इस वन में पक्षीराज गरूड़ रहा करते थे। वे बड़ी पारखी नजर रखते थे। पंछियों के गुण दोष वे एक नजर मे ही परख लिया करते। By Lotpot 02 Dec 2023
Stories Fun Story: अक्लमंद बुढ़िया शहर से बाहर एक बुढ़िया का बहु मंजिला मकान था उस मकान में बुढ़िया अकेले नीचे वाले फ्लोर पर रहती थी एक रात एक चोर उसके घर में घुसा। खटपट से बुढिया की आंख खुल गई। By Lotpot 01 Dec 2023
Stories Jungle Story: सौन्दर्य प्रतियोगिता दीवाली पर जंगल में सौन्दर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसीलिए तो सभी जानवरों ने इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए जान लगा दी थी। दीवाली के आने से पहले ही पूरे जंगल में चहल-पहल बढ़ गई थी। By Lotpot 28 Nov 2023
Stories Fun Story: आग उगलने वाले नेत्र वह सोलह वर्षीय किशोर उन दिनों दाँतों के असह्य दर्द से बुरी तरह छटपटा रहा था। उच्च माध्यमिक विद्यालय स्तर के स्कूल में पढ़ने वाला यह मेघावी छात्र बेन, को दाँतों की पीडा से राहत पाने की गरज से पूछा तुम्हें किस नाम से पुकारते हैं, भैया? By Lotpot 28 Nov 2023
Stories Fun Story: जादुई मटका एक थी गरीब भोली-भाली लड़की कनिका। सीधी, सरल लड़की अपनी मां के साथ रहती। अक्सर दोनों मां-बेटी को भूखा ही सोना पड़ता, क्योंकि जहां वह रहती थीं, वहां उन्हें कोई काम भी नहीं मिल पाता था। By Lotpot 28 Nov 2023
Stories Moral Story: आत्म बोध टन..टन...न..न घंटी बजते ही बच्चे जल्दी जल्दी अपना अपना सामान बस्ते में ठूंस कर कक्षा से निकलने लगे। मदन ने अपनी किताबें समेटी ही थीं कि दीपक जल्दी से चलता हुआ उसके पास आया मदन जरा गणित की कॉपी दे देना। By Lotpot 27 Nov 2023
Stories Jungle Story: पिंटू ने चोर को पकड़ा सुंदर वन में सभी छोटे-बड़े जानवर आपस में बहुत मिल जुल कर रहते थे। सभी जानवरों ने अपने-अपने काम बाँट रखे थे। सभी अपना-अपना काम पूरी मेहनत और ईमानदारी से करते थे, इसलिए कभी किसी को कोई परेशानी नहीं होती थी। By Lotpot 27 Nov 2023
Stories Moral Story: अपनी अपनी समझ मृदुला, अब बस भी कर। दिन भर गुड्डे गुड़ियों का खेल खेलना पढ़ना नहीं है क्या? ‘‘मम्मी की आवाज़ सुनकर मृदुला ने अपनी सहेलियों से कहा- अब तुम लोग जाओ, मम्मी नाराज़ हो रही हैं’ फिर वह कमरे में आ गई जहाँ पर उसकी मम्मी बैठी हुईं थीं। By Lotpot 25 Nov 2023